जब से मोदी पीएम बने है तब से ही बीजेपी नेता बेलगाम होते जा रहे है। खासतौर वहां जहां बीजेपी की दाल नहीं गल पा रही है। प बंगाल में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष अपने विवादित बयानों के कारण हमेशा चर्चा में बने रहते है। लेकिन इस बार उन्होंने सारी हदें पार करते हुए महिला टीएमसी नेता और प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी को सार्वजनिक रूप से अभद्र टिप्पणी की और उन्हों हारामी कह डाला। उनके इस बयान को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले हैं। बीजेपी पूरी तरह से बंगाल में सत्ता पाने को आतुर दिख रही है। लेकिन ममता के आगे बीजेपी को मुंहकी खानी पड़ रही है। लेकिन इस बार बीजेपी सत्ता पाने के लिये किसी भी हद तक गिर सकती है। पिछले आम चुनाव के दौरान बीजेपी ने जिस तरह से मनमाने ढंग से प्रचार किया उससे साफ लग रहा थ्ज्ञा कि चुनाव आयोग केन्द्र के हाथ की कठपुतली बन कर रह गया है। आम चुनाव में बीजेपी को उम्मीद से ज्यादा सफलता मिली। टीएमसी को भारी झटका लगा था। ममता से नाराज नेताओं ने ऐन चुनाव के वक्त बीजेपी का दामन था लिया और चुनाव लड़ कर संसद पहुंच गये। दिलचस्प बात यह है कि टीएमसी में रहते जो नेता भ्रष्ट और अपराधी थे, बीजेपी में शामिल होते ही ईमानदार और साफ सुथरी छवि के बन गये। उन पर चल रहे आपराधिक मामले दबा दिये गये। ऐसा ही कुछ आज के समय हालात बनते दिख रहे हैं। ममता और पार्टी से नाराज नेताओं ने बगावत करनी शुरू कर दी है। विधानसभा चुनाव में भी भाजपा इन बागी विधायकों को साधने का पूरा प्रयास करेगी।
एक बार फिर राजनीति बहुत ही ज़्यादा गर्माती हुई दिखाई दे रही है। ममता बनर्जी के लिए दिलीप घोष ने आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया और कहा कि वह एक ह**मी की तरह क्यों व्यवहार कर रही हैं। उन्होंने ये भी कहा कि आखिर उनके खून में ऐसा क्या है कि वो जय श्री राम नहीं बोल सकती हैं। राम के देश में ही ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है। कुछ दिन पहले उन्होंने यह भी कहा था कि ममता राज में बंगाल में आतंकवादी ग्रुप एक्टिव हो गए हैं, जो पश्चिम बंगाल को वेस्ट बांग्लादेश बनाना चाहते हैं।
पश्चिम बंगाल में चुनाव आने से पहले ही राजनीतिक दलों में चुनावी जंग तेज है. बंगाल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने फिर ममता सरकार पर आक्रामक अंदाज में हमला बोला है. दिलीप घोष बोले कि जय श्री राम बोलने से ममता दीदी को इतनी दिक़्क़त क्यों होती है? दिलीप घोष ने कहा कि ममता कह रही हैं कि बदला नहीं, बदल दो. लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि जब हम सत्ता में आएंगे तो हमारे कार्यकर्ताओं की मौत का बदला लेंगे.