हाल ही में पीएम मोदी ने उन महिलाओं के खातों में तीन माह तक 500 रुपये डालने की बात की कही थी। महिलाओं के खातों में केन्द्र सरकार की ओर से पहली किश्त जमा भी कर दी गयी। उन्हीं खातों से पैसे निकालने के लिये महिलाओं की भारी भीड़ जुट गयी जिससे लॉक डाउन की धज्जियां उड़ गयीं। पुलिस ने 39 महिलाओं को सोशल डिस्टेंशन का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस तरह की घटनाएं देश के कोने कोने में सुनने और देखने में आ रही हैं। दिलचस्प बात यह है कि सोशल डिस्टेंसिंग को तोड़ने के आरोप में महिलाओं को गिरफ्तार किया उसी को पुलिस द्वारा तोड़ दिया गया। पुलिस इन सभी 39 महिलाओं को पुलिस वैन में भर कर ले जाया गया है। पुलिस की इस तरह की लापरवाही सोशल मीडिया और मीडिया खबरों में चर्चा में बनी हुई है।
मालूम हो कि केन्द्र सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए महिलाओं के जनधन योजना के बैंक खातों में तीन माह तक 500 रुपये डालने की घोषणा की है। महिलाओं के जनधन योजना बैंक खातों में पहली किश्त के रूप में 500 रुपये सरकार ने डाल दिये हैं। इस खबर को सुनते ही महिलाओं में रुपये निकालने की होड़ लग गयी। मालूम हो कि मध्यप्रदेश के भिंड जिले में भारी संख्या में महिलाएं बैंकों के गेट पर खड़ी हो गयीं। इस बीच लॉक डाउन के तहत अनिवार्य दूरी का भी ध्यान नहीं रखा गया। इस पर स्थानीय पुलिस ने 39 महिलाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दी गयीं। लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह है कि पुलिस ने महिलाओं को सोशल डिस्टेंसिंग तोड़ने के आरोप में पकड़ा वहीं उन्होंने एक छोटी सी पुलिस वैन में 39 महिलाओं को बुुरी तरह ठूंस कर जेल भेजा गया।