
दिल्ली: भीड़ द्वारा पिटाई और मौत का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। ताज़ा मामला देश की राजधानी दिल्ली का है। यहां के मौजपुर इलाक़े में साहिल को मुसलमान समझकर सिर्फ़ इसलिए मार दिया गया क्योंकि वो पंडितों की गली में चला गया था. अब जब पता चला कि साहिल मुसलमान नहीं था तो वहां के लोगों को इस बात का सदमा है कि ये ग़लत हुआ.
साहिल सिंह की मां संगीता सिंह बातचीत में बताती हैं कि उसे पंडितों ने मुसलमान समझ कर मार दिया। मेरा बेटा ही ये घर संभालता था, कमाने वाला अकेला वही था। क्योंकि उसके पिता बीमार रहते हैं। उन्हें दिल की बीमारी है।
बता दें कि संगीता सिंह के तीन बच्चे हैं। एक बेटी अंजली सिंह और दो बेटे साहिल सिंह व आदित्य सिंह। आदित्य की उम्र महज़ 13 साल है, वहीं बहन अभी सरकारी नौकरी के लिए कम्पीटिशन की तैयारी कर रही है। पिता सुनील सिंह का बिल्डिंग मैटेरियल का कारोबार है। फिलहाल साहिल ही उनका काम संभाल रहा था।
ये पूछने पर कि उस दिन क्या हुआ था? इस पर वो बताती हैं कि मेरा बेटा भाग कर आया।किसी ने उसे बुरी तरह से पीटा था। उसने अपनी बहन को बोला कि उसे सांस नहीं आ रही है।फिर मेरी गोद में लेटकर मुझे भी बोला कि मम्मा, मुझे पांच नम्बर वाली गली में बहुत मारा है… इतना कहकर उसने मेरी गोद में ही दम तोड़ दिया। मेरा बेटा 23 साल का, मुझे छोड़कर चला गया और मै कुछ न कर पाई।