नयी दिल्ली। भीम आर्मी के कार्यकताओं ने तुगलकाबाद में जमकर उत्पात मचाया। अर्धसैनिक बल व पुलिस ने विरोध किया तो उन पर पथराव किया। रास्ते में मिलने वाले वाहनों को तोड़ते हुए उनमे आग लगायी। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठी चार्ज और टियर बम का इस्तेमाल किया। मौके पर मौजूद भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण समेत लगभग 100 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। इन सबको गुरुवार को साकेत कोर्ट में पेश किया जायेगा।
मालूम हो कि कुछ दिनों पहले दिल्ली में एक प्राचीन संत रविदास का मंदिर डीडीए ने ध्वस्त कर दिया था। इस बात को लेकर सभी राजनीतिक दल एकसुर से मोदी सरकार की इस कार्रवाई पर काफी खफा हो गये। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी मंदिर तोड़ने पर सरकार की निंदा की और केन्द्र सरकार से मंदिर के पुन:निर्माण की मांग कर रहे हैं।
इसी मामले को लेकर भीम आर्मी के कार्यकर्ता हजारों की संख्या में दिल्ली पहुंचे। प्रशासन ने उन्हें रामलीला मैदान में अपनी रैली करने की अनुमति दी थी। पहले प्रदर्शनकारियोंं ने जंतर मंतर पर रैली आयोजित करने की अनुमति मांगी थी। भारी तादाद में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण के नेतृत्व में रामलीला मैदान में रैली करने पहुंचे। वहां जमकर मोदी सरकार के खिलाफ भाषणबाजी और निंदा की गयी। यह कहा गया कि मोदी सरकार दलितों के खिलाफ काम करती है साथ ही इनकी नीतियां निर्धन और असहाय दलितों के विरोध में हैं। प्राचीन संत रविदास मंदिर तोड़ कर इन्होंने अपनी मंशा जता दी है।
बुधवार की शाम को रैली से लौटते हुए कार्यकर्ता हजारों की संख्या में सड़कों पर उत्पात मचाते हुए हिंसक हो गये। जो भी वाहन रास्ते में मिला उसे तोड़ते फोड़ते आग लगाते हुए आगे बढ़ते रहे। प्रदर्शनकारियों के कारण सड़क पर भारी जाम लग गया। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिये सख्ती की तो प्रदर्शन करने वालों ने उन पर पथराव शुरू कर दिया। ऐसे में पुलिस को लाठीचार्ज और टियर बम का इस्तेमाल करना पड़ा।
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण ने यह दावा किया है कि पुलिस ने निहत्थे कार्यकर्ताओंं पर गोलियां चलायी जिससे कार्यकर्ता गुस्से में आपे से बाहर हो गये और आगजनी और पथराव पर उतरने पर मजबूर हो गये।