
विनय गोयल
नयी दिल्ली। प्रज्ञा ठाकुर के बयान की चैतरफा निंदा की जा रही है। वैसे तो प्रज्ञा ठाकुर ने अपने बयान पर माफी भी मांग ली है। साथ ही यह कहा कि हेमंत करकरे पर दिया बयान मेरा निजी बयान था। उसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। उसके बावजूद सियासी लोगों द्वारा प्रज्ञा के बयान की आलोचना की जा रही है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने प्रज्ञा के शर्मनाक बयान की कड़ी आलोचना की है।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि शहीद हेमंत करकरे की शहादत का अपमान करने वाली प्रज्ञा ठाकुर हैं जो बीजेपी के टिकट पर भोपाल से आम चुनाव लड़ रही है। एक तरफ मोदी जी शहीदों और फौज के नाम पर देश भर में वोट मांगते फिर रहे हैं वहीं उनकी पार्टी ऐसे लोगों को टिकट देती है जो देश की सुरक्षा करते हुए अपने प्राण लुटाने वाले शहीद आईपीएस हेमंत करकरे को राष्ट्रद्रोही कहती है। वह कहती है कि मेरे श्राप से करकरे की दर्दनाक मौत हुई थी।
सीएम केजरीवाल ने बयान की आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी का दोहरा चरित्र सामने आ गया है। ऐसी महिला को टिकट देती है जो स्वयं पिछले दस सालों से आतंकवादी हमले में सजा काट रही है। वह मेडिकल ग्राउन्ड पर जमानत पर आती हे और भारतीय जनता पार्टी शामिल हो जाती है। साथ उसे भोपाल संसदीय सीट से टिकट भी देती है। इन सब चीजों को देखते हुए लगता है कि आतंकवाद पर उनकी दोहरी सोच है। सीमा पार से आने वाले आतंकवादी हैं और देश में आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त सजायाफ्ता आरोपी को चुनाव जीतने के लिये किसी भी हद तक गिर सकते हैं। मनीष सिसोदिया ने कहा पीएम को देश से माफी मांगनी चाहिये कि उन्होंने ऐसी महिला को अपना प्रत्याशी बनाया है जो देश पर शहीद होने वाले महान लोगों को गालियां देने के साथ उन्हें राष्ट्रद्रोही का तमगा भी देती है।