Rama Azam
Azam Khan in trouble due to vulgar comments for BJP female MP

आज के समय में आजम खान नाम काफी चर्चा में है। सत्ताधारी दल के साथ एनडीए के सभी घटक इस फिराक में हैं कि किसी तरह विरोधी खेमों को किसी तरह कमजोर किया जा रहा है। जब से यूपी में सीएम योगी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनी है तभी से सपा और बसपा के तेज तर्रार नेताओं को निशाने पर रखा जा रहा है। बसपा के नेता आनंद कुमार जो मायावती के भाई हैं उनकी भी 400 करोड़ की संपत्ति ईडी में जब्त की है। इससे मायावती काफी भड़की हुई हैं। उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह सभी जानते हैं कि आनंद कुमार के पास जो भी संपत्ति या पैसा है वो जनता ने अपनी कमाई से पार्टी को दिया है। मोदी सरकार और बीजेपी के जितने भी कार्यालयों के लिये जमीन या भवन खरीदे गये हैं वो पैसा कहां से आया है।

 

यह बता ​दे कि देश भर में भाजपा के अब तक 50 से ज्यादा मामले आजम खां पर सरकार की ओर से पुलिस में दर्ज कराये गये हैं। इतना ही नहीं सरकार की मंशा है कि आजम खां को कानूनन इतना जकड़ लो कि वो भाजपा की कमियां निकालने की फुरसत नहीं पा सकें। सरकार ने एक भूमाफिया पोर्टल बनाया है जिसमे आजम खां का नाम दर्ज करा दिया गया है। ये सभी मामले अवैध रूप से जमीन कब्जियाने से संबंधित है। इतना ही नहीं आजम खां पर तीन करोड़ से अधिक जुर्माना भी लगाया गया है। अभी आजम उन मामलों से निपट नहीं पाये कि संसद सदन में उन्होंने बीजेपी एमपी रमा देवी के खिलाफ कुछ ज्यादा ही बेतकुल्फी भरे अंदाज में कुछ ऐसे शायराना डायलोग बोले जो किसी भी सांसद को पसंद नहीं आये। एक सांसद से ऐसे बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती है। इससे पहले भी आजम खान ने रामपुर से बीजेपी की उम्मीदवार जया प्रदा के बारे में भी अश्लील टिप्पणियां की थी। उस समय भी उनकी व पार्टी की बड़ी फजीहत हुई। इसके बावजूद रामपुर से आजम खां जीत कर संसद पहुंच ही गये। इस नये मामले में आजम खां कुछ ज्यादा ही कह गये और विरोधियों ने पूरी तरह से उन्हें घेर लिया है।

सबसे बड़ी बात यह है कि सभी महिला सांसदों ने एक जुट होकर आजम खां के खिलाफ ऐक्शन लेने के लिये स्पीकर पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। सांसद रमा देवी ने ​अब यह कहना शुरू कर दिया है कि सिर्फ माफी से बात नहीं बनेगी। उन पर संसदीय कार्रवाई भी जरूरी है। ऐसा नहीं है कि इससे पहले किसी सांसद ने महिला के खिलाफ अभद्र टिप्पणी नहीं की है। बीजेपी के सांसद और केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को राक्षसी तक कह डाला था। उस समय किसी अन्य महिला सांसदों इस बात का विरोध नहीं किया था। लेकिन आज स्थिति भाजपा और मोदी सरकार के पक्ष में इ​सलिये वो चाहें तो किसी भी बात पर तूल दे सकते हैं।

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि आजम खां को छूट दी जाये उन पर कार्रवाई तो होनी चाहिये लेकिन इस बात को ध्यान में रखा जाये कि जिस जिस ने भाजपा नेताओं ने ​अभद्र व अश्लील टिप्पणियां की हैं पार्टी ने उन्हें प्रमोट किया है। ताजा मामला बीजेपी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर का है। जिन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड्से को सच्चा देशभक्त बताया था। इतना ही नहीं ड्यूटी के दौरान अपने को कुर्बान करने वाले आईपीएस हेमंत करकरे को गद्दार बना दिया था।

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