
कांग्रेस नेता व पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री मिलिंद देवरा ने कांग्रेस से हाथ छुड़ा कर शिवसेना शिंदे गुट को थाम लिया। ये ठीक उस दिन हुआ जब राहुल गांधी मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा का शुभारंभ करने वाले थे। भाजपा ने जानबूझ कर इस समाचार को गोदी मीडिया में फ्लैश करवाया ताकि न्याय यात्रा पर लोग तवज्जो न दें। लेकिन हुआ इसका विपरीत। भारत जोड़ो न्याय यात्रा के प्रति लोगों में काफी जिज्ञासा दिखी।
मणिपुर में इस यात्रा को लेकर काफी जोश दिखा। इस मौके पर राहुल गांधी की एक झलक देखने को लोगों में काफी उत्साह था। दिलचस्प बात यह है कि राहुल गांधी ने 2022 में जब भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की थी तब भी कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने राहुल गांधी के प्रति भड़ास निकालते हुए पार्टी छोड़ दी थी। लेकिन उस वक्त मिलिंद देवरा यात्रा में राहुल गांधी के साथ दिखायी दिये थे। उसी तर्ज पर भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत में ही पार्टी के बड़े नेता मिलिंद देवरा ने भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा इसे अपनी बड़ी जीत बता रही है वहीं कांग्रेस का कहना है कि जब एक मिलिंद देवरा कांग्रेस छोड़ता है तो हजार मिलिंद आगे आ जाते हैं। उनके जाने से महाराष्ट्र कांग्रेस पर कोई असर नहीं होने वाला है।
पार्टी बदलते ही देवरा के सुर बदले
जैसे ही मिलिंद देवरा ने कांग्रेस छोड़ी उसके कुछ घंटों बाद ही उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि वो विकास का साथ चाहते हैं। भाजपा और एनडीए सरकार में देश में विकास साफ दिख रहा है। वो कांग्रेस के माहौल में घुटन महसूस कर रहे थे। दिलचस्प बात यह है कि जब भी कोई कांग्रेस नेता पार्टी छोड़ता है तो प्रेस के सामने कांग्रेस में घुटने की बात जरूर कहता है। चाहे वो गुलाम नबी आजाद हों या आरपीएन सिंह हों या जितिन प्रसाद या सुनील जाखड़ या फिर पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह सभी ने एक ही कारण बताया। जो ज्योतिरादित्य सोनिया गांधी, प्रियंका और राहुल गांधी के मंच साझा करते थे। आज उनकी हैसियत भाजपा में अलग थलग पड़े नेता की हैं। दस साल के कॅरियर में कांग्रेस ने उन्हें मुंबई प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के साथ केन्द्र में मंत्री बनाया इस पर भी उन्हें लगता है कि कांग्रेस उनके साथ अन्याय हुआ है।

कौन हैं पूर्व कांग्रेस नेता मिलिंद देवरा
मिलिंद देवरा वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मुरली देवरा के बेटे हैं। देवरा उन सांसदों में जाने जाते हैं जो काफी कम उम्र में सांसद बने हैं। 2004 के आम चुनाव में मिलिंद देवरा ने साउथ मुंबई से भाजपा के प्रत्याशी को दस हजार वोटों से हराया था। इसके बाद 2009 में साउथ मुंबई से भाजपा प्रत्याशी को 1 लाख से अधिक वोटों से हरा कर जीत हासिल की थी। डा.मनमोहन सिंह सरकार में उन्हें शिपिंग कारपोरेशन और सूचना प्रसारण विभाग का राज्य मंत्री बनाया गया था। ये बात जग जाहिर है कि वो राहुल गांधी के किचन कैबिनेट में शामिल थे। बहुत कम लोग जानते हैं कि मिलिंद एक अच्छे गिटारिस्ट हैं जाने माने गायक शेरोन प्रभाकर ने मिलिंद का अपने साथ स्टेज शेयर करने का आफर दिया था। उनकी पत्नी पूजा देवरा फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हैं। उनकी कंपनी का नाम वाटर वॉक प्रोडक्शन हाउस है।