नयी दिल्ली। इंडिया और विदेश में कुछ तो अंतर है जहां भारत में बलातकारियों को बचाने का हर संभव प्रयास किया जाता है वहीं विदेशों में सहमति से फिजिकल रिलेशन में रहने वाले किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाता है। चाहे वो किसी कंपनी का कितना भी पावरफल अधिकारी ही क्यों न हो। भारत में ऐसे हादसे होते तो किसी भी स्तर पर जा कर गंभीर आरोपों में नामजद लोगों को बचाने का भरसक प्रयास किया जाता है। इनमे आसाराम बापू, स्वामी चिन्मयानंद व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत न जाने कितने लोगों पर बलात्कार जैसे जघन्य आरोप लगे हैं लेकिन उन्हें सत्ताधारी राजनीतिक दल बचाने से बाज नहीं आ रहे ह्रै। ऐसा मामला सामने आया है कि विश्व में मशहूर मैकडोनाल्ड ने अपने सीईओ स्टीव ईस्टरब्रुक को कंपनी से निकाल दिया है। कंपनी ने यह उदाहरण दिया है कि अनैतिकता किसी भी सूरत में बर्दाशत नहीं है।
सीएनएन में छपी खबर के हवाले से मैकडोनाल्ड ने यह कहा है कि सीईओ इस्टरब्रुक ने कंपनी के नियमों का उल्लंघन किया है। उन्होंने अपनी कपनी की एक सहकर्मी के साथ उसकी इच्छा से सेक्स किया है। यह हमारी कंपनी के नियमों के खिलाफ है। कंपनी प्रबंधन ने आगे कहा कि स्टीव ने अपने बचाव में काफी कमजोर दलीलें रखी हैं। लेकिन हायर मैनेजमेंट ने ईस्टरब्रुक को पद से हटा दिया गया है। उनके स्थान पर क्रिस केंपसिंजकी को तैनात कर दिया गया है।
दूसरी ओर स्टीव ने एक मेल के जरिये कंपनी के कर्मचारियों से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि मैं कंपनी की एक महिला के साथ सहमति से रिलेशन में था जो कंपनी के नियमों के खिलाफ था। इन सब के अलावा मैं सबसे उम्मीद करता हूं कि आप मेरी प्राइवेसी का सम्मान करेंगे।