
कोरोना वायरस को देखते हुए मोदी ने पूरे देश में संपूर्ण ताला बंदी की घोषणा की है जो 21 अप्रैल तक लगा रहने की संभावना है। पीएम मोदी ने 20 मार्च से अब तक तीन बार राष्ट्र के नाम संदेश दिया। 20 मार्च को दिये संदेश में उन्होंने 22 को जनता कफ्र्यू लगाने की बात कही। उस दिन शाम पांच बजे उन्होंने लोगों से ताली थाली और घंटे घड़ियाल बजाने की बता कही। लोोंन उनकी बात को गंभीरता से लिया और आज भी शाम को लोग ताली, थाली और शंख घड़ियाल बजाते है। उसके बाद 25 मार्च से ही पूरे देश में पूरी तरह से तालाबंदी हो गयी। बीच बीच में मोदी ने जनता से कुछ न कुछ कहा जिसे जनता ने सिर माथे लिया 3 मार्च को एक बार फिर मोदी जी ने जनता के नाम संदेश दिया। 5 अप्रैल को मोदी ने कहा कि देश भर में लोग रात नौ बजे एक जुटता दिखाने के लिये अपने घरों की लाइट बुझा कर दिये जलाने का फरमान जारी कर दिया। देश बुरी तरह कोरोना की चपेट में और लोग घंटा व शंख बजाने मे जुटे हैं। देश का पीएम कोरोना से बचने के लिये पुख्ता इंतजाम कराने की जगह देश वासियों को दीये जलाने की सलाह दे रहा है। जानकारी के अनुसार देश में लगभग 4 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हैं लगभग 90 लोगों की मौत हो चुकी है। 250 लोगों की जान भी बचायी गयी है।
मोदी कैबिनेट की आज बैठक है। 3 अप्रैल को मोदी सरकार के ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की बैठक हुई थी। तय किया गया है कि 15 अप्रैल को लॉक डाउन आंशिक रूप से खोला जाएगा। लेकिन करीब 212 जिलों में लॉक डाउन 15 मई तक रहेगा। हवाई और रेल सेवाएं चलेंगी। ये इस मूर्खता भरे माहौल को और उलझायेंगी।
भारत में कोरोना से लड़ने के लिए जरूरी साजो-सामान की 60% कमी है। ऐसे में सरकार अपनी जिम्मेदारी पर लॉक डाउन खोलेगी। वह भी ऐसे वक्त, जब देश में कोरोना से मौत की संख्या 124 हो चुकी है। रविवार रात की दिवाली के दौरान 32 जानें गई हैं। अगले कुछ ही दिनों में आप पीएम को फिर टेलीविज़न पर देख सकते हैं। तारीख 9 या 13 हो सकती है। मुझे उम्मीद है कि इस बार वे गंभीरता से कोरोना को हराने की बात करेंगे।
By Saumitra Roy