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मोदी की जान उनके आका गौतम अडाणी में
पिछले दस सालों से मोदी की जान उनके आका गौतम अडाणी में बसती है। जब भी गौतम अडाणी और उनकी कंपनियों के बारे में कोई संकट जाता है तो भाजपा और मोदी सरकार उनके बचाव में आ जाती है। भाजपा और सरकार अडाणी को देशभक्त बता कर उनके पक्ष में खड़ी हो जाती है। दिलचस्प बात यह है कि मोदी सरकार और अंबानी और अडाणी के बीच गहरा रिश्ता है। सरकार की शह पर अडाणी ग्रुप दिन ब दिन अरबपति बन गया है। जब चुनाव आता है तेा अंबानी और अडाणी समूह दोनों हाथों से सकरार के लिये झोली खोल कर चुनाव में खर्च करते है।
अडाणी के सुरक्षा कवच बने सरकार और बीजेपी
ऐसे कई मौके आये जब गौतम अडाणी पर विपक्ष ने हमले किये गंभीर आरोप लगाये तब रकार और भाजपा का आईटी सेल अडाणी की ढाल बन कर सामने मोर्चा लेने लगते हैं। पिछले साल जब शेयर बाजार में घोटाले की बात विपक्ष ने उठायी तो मोदी सरकार ने अडाणी ग्रुप की भरपूर मदद की और विपक्ष की जेपीसी की मांग ठुकराते हुए। अडाणी साम्राज्य दिन ब दिन आसमान छू गया। अनेक बार कांग्रेस और विपक्ष ने अडाणी ग्रुप की हेराफेरी और धांधली की जांच की मांग की।
विपक्ष की बातोंं को अनसुना कर रही है केन्द्र सरकार
मोदी सरकार ने उस पर कोई कार्रवाई नही की। प्रचंड बहुमत की मोदी सरकार गुजारत के अपने मित्रों के लिये दिल खोलकर नियम बदल कर प्रोजक्ट गुजराती मित्रों को सौंपते जा रहे है।विपक्ष के नेता राहुल गांधी तो गौतम अडाणी पर सीधे हमले करते हुए संसद में पीएम मोदी को निशाना बनाने से चूकते नहीं है। वो संसद में कई बार सरकार और पीएम मोदी और गौतम अडाणी के रिश्ते के बारे में सवाल पूछ चुके है। संसद के दौनों सदनों में ओम बिडला और जगदीप धनखड़ विपक्षी सांसदों को बोलने ही नहीं देते हैं। संसद टीवी पर साफ देखा जा सकता है कि ओम बिरला और धनखड़ की भाव भंगिमा कैसे रंग बदलते दिखती है। सत्ताधारी दल के सांसदो की ओर मुस्कराते हैं और जब विपक्ष की ओर देखते हैं तो चेहरे पर गुस्सा और चिढ़ साफ दिखती है।
अडाणी को भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में सम्मन
ताजा मामला यूएसए के कोर्ट से संबंधित है। अमेरिका के एक कोर्ट ने गौतम अडाणी और उनके भतीजे सागर अडाणी, विनीत जैन समेत सात लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के मामले में सम्मन जारी कर पेश होने को कहा है। कोर्ट के अनुसार गौतम अडाणी ने सोलर इनर्जी के नाम पर अमरीकी नागरिकों से हजारों करोड़ डालर का इन्वेस्टेंमट लिया। इतना ही नहीं अडाणी ने 2200 हजार करोड़ की रिश्वत भारतीय अधिकारियों को घूस दी है। इसके साथ इन सभी लोगों के नाम वारंट भी जारी कर दिया गया है। यूएस कोर्ट ने साफ कहा है कि उसके पास भ्रष्टाचार और रिश्वत के पुख्ता सुबूत हैं। अगर नामजद लोग कोर्ट के सामने पेश नहीं होते हैं तो नामजद लोगों के खिलाफ कड़े कदम उठाये जायेेगे।
दिलचस्प बात यह है कि यूएस कोर्ट ने भारतीय उद़्योग पति गौतम और उनके भतीजे सागर अडाणी समेत आठ लेागों के खिलाफ रिश्वत देने और भ्रष्टाचार का गंभीर मामला दर्ज किया है साथ ही सम्मन करते हुए यूएस कोर्ट में पेश होने के लिये वारंट भी जारी किया है। दिलचस्प बात यह है कि अडाणी समूह की ओर से यूएस कोर्ट में कोई जवाब जारी किया या नहीं इस बात की कोई जानकारी नहीे लेकिन उनके समर्थन में देश के नामचीन वकील और पूर्व अटारनी जनरल मुकुल रोहतगी ने प्रेसवार्ता कर अडाणी के पक्ष को रखा। एक तरफ वो यह कहते हैं कि वो अडाणी की ओर से पेश नहीं हो रहे हैं और न ही वो उनका केस लड़ रहे हैं। वो सिर्फ इस मामले में अपनी बात रख रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा के सांसद और एडवोकेट महेश जेठमलानी ने भी प्रेसवार्ता कर कहा कि अडाणी ग्रुप पर यूएस ने जो केस किया है वो बेबुनियाद है यह भारत की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचाने की साजिश है।