कोरोना संकट से सहमी कंपनियों ने वेतन कटौती को स्थगित करते हुए अब वेतन वृद्धि की शुरुआत कर दी है। अमेरिका की दिग्गज कंपनियों में शामिल वॉल्ट डिज्नी, जनरल मोटर्स, ऑक्सीडेंटल पेट्रोलियम और येल्प जैसी बड़ी कंपनियों ने इसके संकेत दिए हैं। एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनियों ने वेतन वृद्धि के साथ बोनस और प्रमोशन देने की शुरुआत कर दी है।
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रिपोर्ट के मुताबिक यह अर्थव्यवस्था के धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने का संकेत है। हालांकि, इसमें यह भी कहा है कि एक और जहां कुछ क्षेत्रों में वेतन वृद्धि और बोनस देने की बात चल रही है। वहीं दूसरी और होटल और पर्यटन उद्योग अब भी छंटनी का सामना करने को मजबूर है। इस बाच भारत में भी 1560 सूचीबद्ध कंपनियों ने 2.9 फीसदी की वेतन बढ़ोतरी की है, जो 18 साल का सबसे निम्न स्तर है।
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कोरोना काल में महानगरों में नौकरी और आय को लेकर ज्यादा असुरक्षा
एक सर्वेक्षण के अनुसार महानगरों में रहने वाले लोग अपनी नौकरी की सुरक्षा, स्थिर आय को लेकर टियर-1 शहर में रहने वाले लोगों की तुलना में अधिक चिंतित रहते हैं। डेटा और परामर्श देने वाली कंपनी मैक्स लाइफ इंश्योरेंस और कांतार ने यह सर्वेक्षण किया है। कोरोना संकट के दौरान डिजिटल रूप से सक्रिय और संपन्न उपभोक्ताओं पर किए गए इस सर्वेक्षण के अनुसार बीमा उत्पादों का बेहतर ज्ञान होने के बावजूद भी शहरी भारतीय अपने आप को असुरक्षित महसूस करते हैं।
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इसमें पाया गया कि टियर-1 शहरों के लोगों के मुकाबले महानगरों के लोगों में असुरक्षा की भावना अधिक होती है। वे नौकरी और आय के साथ ही गंभीर बीमारी के मामले में अपर्याप्त धन और दिन-प्रतिदिन चिकित्सा खर्च बढ़ने के बारे में ज्यादा चिंता करते हैं। इंडिया प्रोटेक्शन क्वोटिएंट एक्सप्रेस: कोविड-19 एडिशन नामक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।