
नयी दिल्ली। पूर्व कानून मंत्री राम जेठमालानी का लंबी बीमारी के चलते उनका निधन उनके दिल्ली आवास पर हो गया। वो काफी समय से बीमार चल रहे थे। वो भाजपा के टिकट से दो बार मुंबई के सांसद चुने गये थे। अटल जी की सरकार में वो शहरी विकास मंत्री कानून मंत्री बनाये गये थे। काफी समय से उनके बीजेपी से संबंध अच्छे नहीं चल रहे थे। 2004 के आम चुनाव में उन्होंने लखनऊ से भाजपा प्रत्याशी अटल बिहारी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। इसके अलावा उनकी गिनती देश के बड़े व महंगे वकीलों में होती थी।
रामजेठ मालानी बीजेपी के ऐसे नेता थे जिन पर पार्टी की नहीं चलती थी। अक्सर वो पार्टी लाइन से हटकर बयान देते थे। जिसकी वजह से पार्टी को जवाब देनत नहीं बनता था। उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ ऐसी टिप्पणी कर दी थी कि बसपा कार्यकर्ताओं ने पूरे देश में उग्र प्रदर्शन किया था। दिल्ली में बसपाइयों ने जेठमलानी को पकड़ कर उनके कपड़े तक फाड़ दिये थे।
उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का केस लड़ा था। केजरीवाल पर पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मानहानि का केस दायर कर रखा था।