अमेरिका ने भारत सहित कई देशों के उन डिजिटल सेवा करों की जांच शुरू करने का फैसला किया है, जिन्हें अमेरिकी टेक कंपनियों को निशाना बनाने के लिए ‘गलत’ तरीके से लागू किया गया है या उस पर विचार किया जा रहा है। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने यह जानकारी दी। अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) रॉबर्ट लाइटहाइजर ने मंगलवार को कहा, ”राष्ट्रपति ट्रंप चिंतित हैं कि हमारे कई व्यापारिक भागीदार हमारी कंपनियों को गलत तरीके से निशाना बनाने के लिए तैयार की गई कर योजनाओं को लागू कर रहे हैं।
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इन देशों के खिलाफ शुरू हो सकती है जांच
जिन अन्य देशों के खिलाफ जांच शुरू की जा सकती है, उनमें ऑस्ट्रिया, ब्राजील, चेक गणराज्य, यूरोपीय संघ, इंडोनेशिया, इटली, स्पेन, तुर्की और ब्रिटेन शामिल हैं। उन्होंने कहा, ”हम इस तरह के किसी भी भेदभाव के खिलाफ अपने व्यवसायों और श्रमिकों की रक्षा के लिए समुचित कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
भारत में लगता है दो प्रतिशत डीएसटी
उन्होंने कहा, ”इन करों को डिजिटल सेवा कर या डीएसटी कहा जाता है। उपलब्ध साक्ष्य बताते हैं कि डीएसटी से अमेरिका की बड़ी तकनीकी कंपनियों को निशाना बनाने की कोशिश की जा सकती है। यूएसटीआर ने कहा कि भारत ने मार्च 2020 में दो प्रतिशत के डीएसटी को अपनाया। यह कर सिर्फ भारत से बाहर रहकर काम करने वाली कंपनियों पर लागू होता है और ये कंपनियां भारत में किसी व्यक्ति को वस्तुओं और सेवाओं की ऑनलाइन बिक्री करती हैं।