आत्मनिर्भर भारत: केंद्र के विशेष आर्थिक पैकेज पर चिदंबरम का सवाल, ममता ने बताया छलावा


Edited By Naveen Kumar Pandey | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:

पी. चिदंबरम और ममता बनर्जी।
हाइलाइट्स

  • आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत घोषित पैकेज से विपक्ष निराश
  • कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने वित्त मंत्री के ऐलानों पर निराशा जताई
  • एमएसएमई क्षेत्र के लिए घोषित मामूली पैकेज के सिवा कुछ खास नहीं: चिदंबरम
  • प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा- बड़ा शून्य है यह पैकेज

नई दिल्ली

आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के आज के ऐलानों पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी. चिदंबरम ने गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने वित्त मंत्री की घोषणाओं को गरीबों, मजदूरों की उम्मीदों पर कुठाराघात करार दिया। चिदंबरम ने कहा कि केंद्र सरकार अपनी अज्ञानता और अजीब तरह के डर से मुक्त नहीं हो पा रही है। उधर, प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी केंद्रीय पैकेज को महज एक छलावा करार दिया।



वित्त मंत्री की घोषणाओं से निराश: चिदंबरम
चिदंबरम ने कहा, ‘वित्त मंत्री ने जो कुछ कहा, उसमें लाखों गरीबों, भूखे प्रवासी श्रमिकों के लिए कुछ नहीं है जो पैदल चलकर अपने घर जा रहे हैं। यह हर दिन कड़ी मेहनत करने वालों पर कुठाराघात है। एमएसएमई क्षेत्र के लिए घोषित मामूली पैकेज को छोड़कर हम वित्त मंत्री की घोषणाओं से निराश हैं। यह सरकार अपनी ही अज्ञानता और भय में जकड़ी हुई है।’ उन्होंने पूछा कि वित्त मंत्री ने तो 3.6 लाख करोड़ का ही ब्योरा दिया, 20 लाख करोड़ में से बाकी की रकम का क्या हुआ? उन्होंने इस सवाल के साथ ही केंद्र को उधार लेकर, ज्यादा खर्च करने और राज्यों को भी ऐसा करने का सुझाव दिया। हालांकि, उन्होंने लगे हाथ यह भी कह दिया कि केंद्र की मंशा ऐसी नहीं है।



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चिदंबरम का सवाल- बाकी के 16.4 लाख करोड़ कहां?


देश के पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, ‘केंद्र ने 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज में से 3.6 लाख करोड़ रुपये का ऐलान किया, शेष 16.4 लाख करोड़ रुपये कहां हैं? सरकार को और ज्यादा खर्च करना चाहिए, ज्यादा उधारी लेना चाहिए और राज्यों को भी ज्यादा उधारी लेने की अनुमति देनी चाहिए। हालांकि, इस सरकार की ऐसी इच्छा नहीं है।’ चिदंबरम ने बीजेपी शासित राज्यों के श्रम सुधारों की टाइमिंग पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी शासित राज्यों ने गलत वक्त में श्रम कानूनों में सुधार किया है। उनकी ओर से गलत मिसाल पेश की गई है।’

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हेडलाइन दी और पन्ना खाली छोड़ दिया: चिदंबरम

इससे पहले, उन्होंने आज सुबह कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा कर सिर्फ हेडलाइन दी और कोई ब्योरा नहीं दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मंगलवार को प्रधानमंत्री ने हमें एक हेडलाइन दी और एक खाली पन्ना छोड़ गए। स्वाभाविक रूप से मेरी प्रतिक्रिया भी उसी खाली पन्ने की तरह होगी।’

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एक बड़ा शून्य है केंद्रीय पैकेज: ममता

उधर, केंद्र सरकार की कटु आलोचक प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी केंद्र की ओर से घोषित आर्थिक पैकेज को छलावा बताया। उन्होंने कहा, ‘केंद्र का विशेष आर्थिक पैकेज महज ‘एक बड़ा शून्य’ है, उसमें राज्यों के लिए कुछ नही है। केंद्र के पैकेज में असंगठित क्षेत्र, सार्वजनिक व्यय और रोजगार सृजन के लिए कुछ नहीं है। केंद्र संघीय व्यवस्था को ध्वस्त करने और आर्थिक पैकेज से लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।’



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