कोरोना वायरस (Coronavirus In India) संकट से जूझ रहा देश अब लॉकडाउन (Lockdown) से अनलॉक (Unlock) के फेज में आ गया है। लेकिन अभी भी बच्चों और अभिभावकों के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि स्कूल और कॉलेज कब खुलेंगे?
Edited By Abhishek Shukla | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:
- यूपी में मार्च महीने से स्कूल व अन्य शिक्षण संस्थान बंद है
- यूपी की योगी सरकार केंद्र सरकार की गाइडलाइंस पर ही चलती दिख रही है
- केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल ने 15 अगस्त के बाद स्कूल-कॉलेजों को खोलने की बात कही है
- केंद्र सरकार स्कूल खोलने को लेकर जो फैसला लेगी, यूपी सरकार भी उसी नक्शेकदम पर चलेगी
- देश में 16 मार्च से सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का फैसला लिए गया था
लखनऊ
कोरोना महामारी के बीच देश अब धीरे-धीरे अनलॉक हो रहा है। धार्मिक स्थल, मॉल, होटल और रेस्तरां अब खुल गए हैं और अब बारी है स्कूलों के खुलने की। स्कूल को लेकर छात्रों के अलावा अभिवावकों में भी भी बेचैनी है। यूपी में भी मार्च महीने से स्कूल व अन्य शिक्षण संस्थान बंद है। ऐसे में सवाल उठता है कि आपके राज्य में स्कूल कब खुल रहे हैं? वैसे अभी तक यूपी की योगी सरकार, केंद्र सरकार की गाइडलाइंस पर ही चलती दिख रही है।
दरअसल लॉकडाउन बढ़ाने, शर्तें और अनलॉक पर गाइडलाइंस…सबकुछ योगी सरकार केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश पर ही कदम बढ़ाती दिख रही है। ऐसे में संभावना है कि केंद्र सरकार स्कूल खोलने को लेकर जो फैसला लेगी, यूपी सरकार भी उसी नक्शेकदम पर चलेगी।
हर किसी के मन में यही सवाल
इस बीच प्रदेश में अधिकांश स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेज शुरू कर दी हैं। हालांकि, स्कूल न खुलने की वजह से स्टूडेंट्स को स्टडी का पारंपरिक माहौल नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में पैरेंट्स की चिंता बढ़ने लगी है। पैरेंट्स और स्टूडेंट्स की उत्सुकता का समाधान करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश निशंक पोखरियाल ने 15 अगस्त के बाद स्कूल-कॉलेजों को खोलने की बात कही है।
निशंक के बयान से यह इशारा
दरअसल देश के एचआरडी मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने एक इंटरव्यू में ये बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि पूरी उम्मीद है कि 15 अगस्त के बाद सभी शैक्षणिक संस्थान खुल जाएंगे।
कितनी होगी उपस्थिति?
एक रिपोर्ट के मुताबिक स्कूल और कॉलेजों में पढ़ाई की गतिविधियां जुलाई महीने के बाद शुरू हो सकती है। लेकिन इस दौरान स्कूल और कॉलेजों में छात्रों की उपस्थिति 30 प्रतिशत ही रहेगी। साथ ही यह भी कहा गया गया है कि कक्षा 8 तक के बच्चे घर पर ही रह सकते हैं। लेकिन, अभी नियमों को लेकर केवल अटकलें ही लगाई जा रही हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग बड़ी चुनौती
स्कूल खुलने के बाद स्कूल और कॉलेज प्रशासन के सामने सबसे बड़ा जोखिम सोशल डिस्टेंसिंग को मेनटेन रखना होगा, क्योंकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा। भीड़ को काम करने के लिए कक्षा का संचालन में भी सावधानी बरतनी में होगी। कुछ दिन पूर्व जारी हुई रिपोर्ट में कक्षा संचालन के विषय में जिक्र किया गया था। हालांकि बाद में कोरोना के बढ़ते रफ्तार देखते हुए बाद में विभाग की तरफ से ये आधिकारिक बयान जारी करना पड़ा कि अभी इस तरह का कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है।
मास्क और स्कैनिंग होगी अनिवार्य
जब भी स्कूल और कॉलेज खुल जाएंगे तो ऐसे में शिक्षकों के लिए गलब्स और मास्क पहनना जरूरी हो जाएगा। इसके अलावा सभी स्कूलों में थर्मल स्कैनर लगा दिए जाएंगे। साथ ही सभी कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे से इस बात की निगरानी रखी जाएगी कि स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है या नहीं। यदि स्कूल या कॉलेज प्रशासन द्वारा इनका ध्यान नहीं रखा गया तो बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है।
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16 मार्च से बंद हैं स्कूल और कॉलेज
उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में 16 मार्च से सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का फैसला लिए गया था। इसके बाद से देश भर के बच्चे अपने पढ़ाई शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।