औरैया हादसा: मुंह में चूना भरने से गई कई मजदूरों की जान


शनिवार को उत्तर प्रदेश के औरैया जिले (Auraiya Road Accident) में मजदूरों से भरे दो ट्रकों की टक्कर में 25 मजदूरों की मौत हो गई थी। इनमें से एक ट्रक में चूना भी भरा था। अब सामने आ रहा है कि मृतकों में कई की जान मुंह में चूना भरने से गई है।

Edited By Vishva Gaurav | नवभारत टाइम्स | Updated:

लखनऊ/ औरैया

शनिवार को औरैया में मजदूरों से भरे दो ट्रक देर रात 2:45 बजे नैशनल हाईवे पर टकरा गए। इसमें 25 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 40 घायल हुए हैं। आईजी रेंज कानपुर मोहित अग्रवाल को हादसे की जांच सौंपी गई है। पुलिस के मुताबिक, दिल्ली से मजदूरों को एमपी ले जा रहा मिनी ट्रक चाय के लिए ढाबे पर रुका था। तभी चूने की बोरियों संग मजदूरों को राजस्थान से लेकर आ रहे ट्रक ने खड़े ट्रक में टक्कर मार दी। हादसा इतना जबर्दस्त था कि दोनों ट्रक गड्ढे में पलट गए और कई मजदूरों की नींद में ही मौत हो गई। लेकिन हादसे के वक्त मिनी ट्रक के 24 से ज्यादा मजदूर चाय की दुकान पर थे, जो बच गए।

जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में मरने वाले मजदूरों में कइयों की मौत मुंह में चूना भर जाने से हुई है। औरैया हादसे में दम तोड़ने वाले सभी लोगों का आरटी-पीसीआर टेस्ट होगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती उन शवों की थी, जिनकी सांस की नली में चूना चला गया था। बताया जा रहा है कि चूना जाने से भी बहुत से लोगों की जान चली गई। आईजी रेंज मोहित अग्रवाल के मुताबिक, औरैया के सीएमओ ने आश्वस्त किया है कि शवों के फेफड़ों से स्वैब लेकर आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया जाएगा। इसके बाद मेडिकल प्रोटोकॉल के तहत ही शवों के अंतिम संस्कार की इजाजत दी जाएगी।

ना लोगों को डर, ना सरकारों को फिक्र

  • ना लोगों को डर, ना सरकारों को फिक्र

    कोरोना से बचाव के सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन काफी हद तक बचाव का तरीका है। हालांकि, प्रवासियों के ट्रकों में भरकर घर जाने से ना तो सोशल डिस्टेंसिंग बची है और ना ही लॉकडाउन का पालन हो रहा है। लगातार हादसों में जानें जा रही हैं लेकिन सरकारें तमाशा देख रही हैं। एक तरफ प्रवासियों के दूसरे राज्यों में फंसे होने की समस्या है तो दूसरी तरफ इनकाे गांवों में आ जाने से गांव में कोरोना फैलने का डर। अब लॉकडाउन का तीसरा चरण खत्म होने के साथ आशंका जताई जा रही है कि गांवों में भी कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ेंगे।

  • कोरोना का खतरा बढ़ा रहा पलायन

    लगातार शहरों से गांव की ओर जा रहे मजदूरों से गांवों में भी कोरोना फैलने का खतरा बढ़ गया है। इसके नतीजे भी सामने आने लगे हैं और मई महीने में यूपी के उन इलाकों में कोरोना के मामले सामने आए हैं, जो ग्रीन जोन थे। ऐसे में यह सच्चाई काफी हद तक डरा रही है कि आने वाले समय में कोरोना और भयावह रूप ले सकता है।

  • घर जाने के लिए धूप में जलना मंजूर

    जैसे-जैसे मई महीना बीत रहा है, वैसे-वैसे धूप और गर्मी बढ़ती जा रही है। तपती धूप भी घर जाने को आतुर मजदूरों और अन्य प्रवासियों का हौसला नहीं तोड़ पा रही है। लॉकडाउन का तीसरा चरण आते-आते पुलिस और प्रशासन भी अब ढीला पड़ चुका है। सरकार की ओर से भी प्रवासियों को ले जा रही गाड़ियों को ना रोकने को कहा गया है।

  • हाइवे पर लगा कई किलोमीटर जाम

    सड़क पर ट्रकों, बसों और बाकी गाड़ियों की संख्या अब इतनी ज्यादा हो गई है कि कानपुर-लखनऊ नैशनल हाइवे पर जबरदस्त जाम लग गया और कई किलोमीटर तक सड़क पर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई। ज्यादातर ट्रक और मालवाहक गाड़ियों में प्रवासी मजदूर बैठे हैं, जो किसी भी तरह बस अपने घर पहुंचना चाहते हैं।

  • औरैया हादसे में 24 की मौत

    उत्तर प्रदेश के औरैया में लॉकडाउन (Lockdown) के बीच वापस घर लौट रहे कुछ मजदूर शनिवार सुबह दुर्घटना का शिकार हो गए। यहां एक ट्रॉली दूसरे डीसीएम से टकरा गई। इस दुर्घटना में 24 मजदूरों की मौत हो गई है। मृतक इसी ट्रक में सवार थे। इस ट्रॉला में चूने की बोरियां लदी थीं। बोरी के नीचे दबे हुए 24 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। 20 मजदूरों की हालत गंभीर है। उन्हें मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया है।

  • हादसों में लगातार जा रही है लोगों की जान

    औरेया के अलावा देशभर के अलग-अलग हिस्सों में कई प्रवासी मजदूर घर जाते समय मारे गए हैं। रास्ते में किसी को गाड़ियों ने कुचल दिया तो कोई दूसरी गाड़ियों की भिड़ंत मारा गया। यहां तक कि कई पैदल चल रहे लोग भी सड़क पर या भूख-प्यास से मर रहे हैं या फिर हादसों में उनकी जान जा रही है। हाल ही में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में हुए हादसे में भी कई मजदूरों की जान गई थी।

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यूपी से भी हैं तीन मृतक

चश्मदीदों ने बताया कि राजस्थान से आ रहे ट्रक ड्राइवर की झपकी लगने से हादसा हुआ। टक्कर के बाद दोनों ट्रक पलट गए और उनमें सवार मजदूर चूने की बोरियों में दब गए। मृतकों में 15 की ही पहचान हो पाई है, जिनमें 7 झारखंड, 4 बंगाल और 3 यूपी से हैं। गंभीर रूप से घायल 14 मजदूरों को सैफई के पीजीआई में, जबकि अन्य 22 घायलों को औरैया के अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है।

औरैया में भीषण हादसा, ट्रॉली और डीसीएम की टक्कर में 24 मजदूरों की मौतऔरैया में भीषण हादसा, ट्रॉली और डीसीएम की टक्कर में 24 मजदूरों की मौतउत्तर प्रदेश के औरैया में शनिवार की सुबह भीषण सड़क हादसा हो गया। चूने से लदे ट्रक और डीसीएम की जबरदस्त टक्कर में 24 मजदूरों की मौत हो गई। हादसे का शिकार हुए मजदूर बंगाल, बिहार, झारखंड के रहने वाले थे। लॉकडाउन में फंसने के बाद वे राजस्थान से लौट रहे थे। यह हादसा सुबह 3 से 4 बजे के बीच हुआ। कई मजदूर घायल हो गए हैं, जिन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
Web Title auraiya accident: many laborers lost their lives due to lime(News in Hindi from Navbharat Times , TIL Network)

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