Laddakh standoff, Sikkim standoff, India – China tusssle : कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भारतीय सैनिकों के साथ चीनी सैनिकों की झड़प के ताजा मामले पर चीन को चेतावनी दी है। उन्होंने भारत सरकार से मांग की कि ताइवान को संप्रभु राष्ट्र का मान्यता देकर चीन को सबक सिखाया जाए।
Edited By Naveen Kumar Pandey | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:
- कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भारत सरकार को दी सलाह
- चौधरी ने कहा कि चीन को सबक सिखाने का वक्त आ गया है
- उन्होंने कहा कि ताइवान के साथ तुरंत डिप्लोमेटिक रिलेशन बनाया जाए
- चौधरी ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीय सेना सांपों का फन कुचलना जानती है
नई दिल्ली
आर्टिकल 370 हटाए जाने पर इसे अंतरराष्ट्रीय विषय बताकर अपनी और कांग्रेस पार्टी की खूब किरकरी करवाने वाले कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने चीन पर बेहद हमलावर रुख अख्तियार किया है। पिछले हफ्ते लद्दाख और सिक्किम में भारतीय सैनिकों से चीनी सैनिकों के उलझने की खबरों के बीच चौधरी ने चीन को चीन को जहरीला सांप बताते हुए कड़ी चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना जहर उतारने में माहिर है। चौधरी ने भारत सरकार को ताइवान के मुद्दे पर अब और विलंब नहीं करते हुए उसे संप्रभु देश की मान्यता देने का सुझाव दिया।
अधीर की चेतावनी- संभल जाओ चीन
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता ने चीन के चेताते हुए ट्वीट किया, ‘चीन! सावधान हो जाओ। भारतीय बलों को पता है कि तुम जैसे जहरीलों सर्पों का फन कैसे कुचला जाए। पूरी दुनिया की नजर विस्तावारद की तुम्हारी कुटिल चाल पर है।’ उन्होंने भारत सरकार को सलाह दी और कहा, ‘मैं सरकार को अब बिना समय गंवाए ताइवान से राजनयिक संबंध स्थापित करने का सुझाव देता हूं।’
2017 में डोकलाम में हुई थी झड़प
ध्यान रहे कि चीन के सैनिक पहले लद्दाख और फिर सिक्कम में भारतीय सैनिकों से उलझ पड़े। दोनों जगहों पर संघर्ष में दोनों तरफ के कई सैनिक जख्मी हो गए। कई अधिकारियों के भी चोटिल होने की खबर आई है। कहा जा रहा है कि भारत और चीन ने शीर्ष स्तर पर मामले को ठंडा कर दिया है। 2017 में भी डोकलाम में चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों के साथ हाथापाई की थी। तब दोनों देशों के सैनिकों के बीच लंबे वक्त तक ठनी रही। बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की वुहान में मुलाकता हुई और दोनों देशों ने भविष्य में ऐसी घटना नहीं दुहराने पर सहमति जताई थी, लेकिन चीनी सैनिक अपनी हरकतों से भला बाज कहां आने वाले। विशेषज्ञ चीन की ताजा बौखलाहट के पीछे भारत के मौसम पूर्वानुमानों में गिलगिट, बाल्टिस्तान और मुज्जफराबाद के मौसम की जानकारी देने की शुरुआत को बड़ी वजह मानते हैं।