छोटी बचत के रूप में लोकप्रिय किसान विकास पत्र अब उतना आकर्षक नहीं रहा, जितना पहले था। अब इस स्कीम के तहत जमा राशि 113 महीने के बजाए 124 महीने में दोगुना होगी। आर्थिक मामलों के विभाग (डीईए) की अधिसूना के अनुसार किसान विकास पत्र (KVP) में 1 अप्रैल, 2020 से जमा राशि अब 124 महीनों में दोगुनी होगी। यही नहीं, एक अप्रैल, 2020 या उसके बाद खोले गए खाते की परिपक्वता अवधि अब दस वर्ष होगी।
इसी तरह एक और छोटी बचत योजना में निवेश करने वालों को झटका लगा है। अगर आप 5 साल के लिए 1,000 रुपये का राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) लिए हैं तो अब इसकी परिपक्वता मूल्य 73.05 रुपये घटकर 1,389.49 रुपये कर दी गई है। विभाग के मुताबिक एक अप्रैल, 2020 के दिन या उसके बाद खोले गए खाते की परिपक्वता मूल्य एक हजार तीन सौ अड़तीस रुपए और उनतालीस पैसे होगी। जबकि 12 दिसंबर 2019 और 31 मार्च, 2020 के बीच 1,000 रुपये के साथ खोले गए खाते की परिपक्वता मूल्य 1,462.54 रुपये होगी।
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फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म ClearTax के संस्थापक और सीईओ अर्चित गुप्ता ने कहा, “छोटी बचत के निवेशकों को कम रिटर्न मिलता है। वहीं मुद्रास्फीति-समायोजित रिटर्न [कम] आगे भी कम होगा। इन निवेशकों को अब अपना धन दोगुना होने में पहले से अधिक समय तक इंतजार करना होगा। अगर मैच्योरिटी से पहले पैसा निकालना पड़ा तो इसमें उन्हें नुकसान होगा। ”
वर्तमान ब्याज दरें अभी भी आकर्षक
विशेषज्ञों के अनुसार मुताबिक छोटी बचत की इन योजनाओं में की गई कटौती नए वित्त वर्ष के लिए वित्त मंत्रालय द्वारा घोषित छोटी बचत की ब्याज दरों के अनुरूप है। 31 मार्च को वित्त मंत्रालय ने वरिष्ठ नागरिक बचत, सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC), किसान विकास पत्र, सुकन्या समृद्धि खातों और आवर्ती जमा जैसी लोकप्रिय लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती की थी।
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एनएससी और केवीपी पर ब्याज दर क्रमशः 7.9% से घटाकर 6.8% और 7.6% से 6.9% कर दी गई । वहीं गुप्ता कहा कहना हहै कि एनएससी और केवीपी जैसी छोटी बचत योजनाओं की वर्तमान ब्याज दरें अभी भी आकर्षक हैं। क्योंकि बैंक जमा पर ब्याज दरों में और गिरावट आने की संभावना है। कुछ बचत पर ब्याज दर बैंक सावधि जमा ब्याज दर से अधिक है, जो कि लगभग 6% प्रति वर्ष है।
छोटी बचत योजनाएं अब कम रिटर्न देंगी
कानूनी और वित्तीय सेवा फर्म फिनोलॉजी के सीईओ प्रांजल कामरा ने कहा कि ब्याज दरों में कमी का मतलब होगा कि ये छोटी बचत योजनाएं अब कम रिटर्न देंगी। यह PPF और सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश करने वालों को अधिक नुकसान देगा। 31 मार्च को सरकार ने 1 अप्रैल से शुरू होने वाले तीन महीनों के लिए पीपीएफ पर ब्याज दर 7.9% से 7.1% तक घटा दी थी।
इन लोगों की उम्मीदों को झटका
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सुकन्या समृद्धि योजना की नई ब्याज दर अब 8.4% से 7.6% है। कामरा ने कहा कि ब्याज दरों में कमी उन लोगों की योजनाओं को प्रभावित करेगी, जो अब सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “उदाहरण के लिए, नए सेवानिवृत्त व्यक्ति जो अपनी सेवानिवृत्ति बचत 10 लाख रुपये रखना चाहते हैं, वे प्रतिवर्ष लगभग 88,810 रुपये की तुलना में 76,080 रुपये ही रिटर्न पाएंगे। ”