राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के कारण जान गंवाने वालों में से 26 प्रतिशत से अधिक लोग 50 से 59 वर्ष की आयु वर्ग के थे। आधिकारिक आंकड़ों से यह पता चला है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में कोरोना वायरस से हुई मौत का आंकड़ा 176 तक पहुंच गया है, जबकि बुधवार को कोविड-19 संक्रमण के 534 नए मामले सामने आए हैं, जिससे शहर में संक्रमितों की संख्या 11,000 से अधिक हो गई है। कुल मृतकों में से 92 मरीज 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के थे, जो कुल मृतकों का 52 प्रतिशत से अधिक है।
बुधवार को जारी नवीनतम स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, उनमें से 47 मरीजों (26.71 प्रतिशत) की उम्र 50-59 के बीच और 37 मरीजों (21.02 प्रतिशत) की उम्र 50 वर्ष से कम थी। 534 नए मामलों के साथ, दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 11,088 हो गई है।
यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले 39 हजार के पार, अब तक 1390 की मौत
भारत में बुधवार को कोरोना वायरस के एक दिन में रिकार्ड 5611 मामले बढ़ने के साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत की आबादी के लगभग बराबर जनसंख्या वाले, 15 सर्वाधिक प्रभावित देशों में 84 गुना अधिक मौतें हुई हैं तथा 34 गुना अधिक संक्रमण फैला है। कोविड-19 के कारण भारत में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 3,303 हो गया और कुल मामलों की संख्या 1,06,750 हो गयी। मंगलवार सुबह आठ बजे से लेकर अगले 24 घंटे के दौरान 140 लोगों की मौत हुई।
कोविड-19 के बारे में संवाददाता सम्मेलन के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि करीब 2.94 प्रतिशत मामलों में ऑक्सीजन सहायता देने की जरूरत है, तीन प्रतिशत को आईसीयू (सघन चिकित्सा कक्ष) की और 0.45 प्रतिशत मामलों में जीवनरक्षक प्रणाली (वेंटिलेटर सपोर्ट) की जरूरत है। भारत में कोरोना वायरस के उपचाररत मामलों की संख्या 61,149 है जबकि 42,298 लोग इस संक्रमण से चंगे हो चुके हैं।
अग्रवाल ने कहा, कोविड-19 के मामलों में केवल 6.39 प्रतिशत में आक्सीजन सहायता या आईसीयू या वेंटिलेटर की जरूरत है। जल्द पहचान हो जाने से कई लोग ठीक हो रहे हैं । हम स्वास्थ्य ढांचे को भी उन्नत बना रहे हैं। उन्होंने कहा, लॉकडाउन के दौरान हमने ऑक्सीजन सहायता वाले बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर सहित अस्पतालों की आधारभूत संरचना को उन्नत बनाया है। हमारी कोशिशों ने विश्वास बढ़ाया है कि हम राज्यों के साथ मिलकर कोविड-19 के मामलों से निपटने के लिए तैयार हैं और साधन भी हैं।