Lucknow News: कई हफ्ते चली तकरार के बाद अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) का खेमा एक साथ आ गया है। माना ये जा रहा है सुलह में पार्टी नेता प्रियंका गांधी ने बड़ी भूमिका निभाई। वह इस पूरे मामले में ‘क्राइसेस मैनेजर’ के तौर पर उभरीं।
Edited By Shefali Srivastava | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:
लखनऊ/जयपुर
राहुल गांधी के दोबारा अध्यक्ष पद से इनकार करने और सोनिया गांधी की खराब सेहत के बीच प्रियंका गांधी की भूमिका पार्टी में बड़े नेता के रूप में हो गई है। प्रियंका केवल यूपी ही नहीं सेंट्रल लीडरशिप पर भी फोकस कर रही हैं। इसका ताजा उदाहरण राजस्थान है, जहां कई हफ्तों से राजस्थान कांग्रेस में मची उथल-पुथल थमने की ओर है। सचिन पायलट के साथ बागी विधायक एक बार फिर कांग्रेस खेमे में वापस आते दिख रहे हैं। माना जा रहा है कि इस सुलह में पार्टी नेता प्रियंका गांधी ने बड़ी भूमिका निभाई। वह इस पूरे मामले में ‘क्राइसेस मैनेजर’ के तौर पर उभरीं।
प्रियंका ने ही कांग्रेस विधायकों को आश्वस्त किया गया कि आगे कोई बदले की राजनीति नहीं होगी। प्रियंका गांधी वाड्रा ने विधायकों को संगठित होकर और एकजुट होकर काम करने को कहा। सचिन पायलट की शिकायतों को दूर करने के लिए कांग्रेस की ओर से 3 सदस्यीय कमिटी बनाई गई है जिसमें प्रियंका गांधी भी शामिल हैं। यही नहीं यह बात भी सामने आई कि प्रियंका सचिन के लगातार टच में थीं। पिछले कुछ दिनों में प्रियंका गांधी ने सचिन पायलट से कई बार मुलाकात की थी।
सचिन से मुलाकात के बाद रवाना होतीं प्रियंका
बागियों की शिकायत सुनेंगी प्रियंका
सोमवार को सचिन पायलट की प्रियंका के साथ राहुल और सोनिया गांधी से भी मुलाकात हुई। इस दौरान तीनों के बीच लंबी बातचीत हुई और बागी विधायकों की शिकायतों के निपटारे के लिए तीन सदस्यीय कमिटी गठित की गई। राजस्थान प्रकरण में जिस तरह प्रियंका ने भूमिका निभाई है उससे साफ है कि पार्टी में उनका कद पहले से ज्यादा बढ़ा है।
जल्द मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
प्रियंका गांधी संगठन से जुड़े तमाम मामलों में पूरा हस्तक्षेप रख रही हैं। कांग्रेस के अंदर इस बात की भी चर्चा है कि भविष्य में उन्हें संगठन में और बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। प्रियंका इन दिनों सोशल मीडिया के साथ-साथ ग्राउंड पर भी ऐक्टिव हैं। पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज की कथित नजरबंदी के मामले पर भी प्रियंका ने राय रखी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि सैफुद्दीन सोज साहब ने भारतीय लोकतंत्र की प्रक्रियाओं को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाई है। उनके साथ कैदी जैसा व्यवहार करके भाजपा सरकार लोकतंत्र को कुचल रही है।
यूपी के मुद्दों पर खुलकर बोल रहीं प्रियंका
प्रियंका यूपी के मुद्दों पर भी खुलकर बोल रही हैं और योगी सरकार पर जमकर निशाना साध रही हैं। उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा है कि हर साल इन्वेस्टर्स समिट में एमओयू साइन होते हैं। करोड़ों लगाकर होने वाले समिट में यह काम कागजी शेर बनने के लिए किया जाता है। प्रियंका ने कहा है कि यूपी में भयंकर बेरोजगारी है और आर्थिक तंगी की वजह से लोग आत्महत्या कर रहे हैं। सरकार को यह बताना चाहिए कि कितने एमओयू धरातल पर उतरे? कितने युवाओं को रोजगार मिला? यह भी भरोसा दिलाया कि उनको न्याय मिलेगा।
कांग्रेस में संकट मोचक की तलाश पूरी?
फिलहाल कांग्रेस के मौजूदा हालातों को देखते हुए लगता है कि कांग्रेस को जिस क्राइसेस मैनेजर की तलाश पिछले काफी समय से थी वो प्रियंका गांधी पर आकर रुक सकती है।