
[ad_1]
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली को सीमित ओवरों के मैच में जब भी विकेट की दरकार होती है वह चाइनामैन कुलदीप यादव को याद करते हैं और यह गेंदबाज अपने कप्तान को निराश नहीं करता है। कुलदीप ने कहा है कि उन्होंने अपने कप्तान से दबाव को संभालना सीखा है। कुलदीप ने बताया कि उन्होंने अपने कप्तान से क्या-क्या सीखा। कुलदीप से जब पूछा गया कि इस दौर की क्रिकेट में जहां स्पिनरों पर रन बनाना आसान समझा जाता है, ऐसे में वह विकेट लेने का दबाव कैसे झेलते हैं? कुलदीप ने कहा कि कप्तान जो आत्मविश्वास दिखाता है वो काफी मददगार साबित होता है। उन्होंने कहा कि जब दबाव झेलने की बात आती है तो वह अपने कप्तान से काफी कुछ सीखते हैं।
बाइक्स के शौकीन एमएस धोनी ने चलाया ट्रैक्टर, CSK ने शेयर किया VIDEO
‘विराट और मेरे बीच काफी अच्छी ट्यूनिंग’
उन्होंने कहा कि अगर आपका कप्तान आप में विश्वास करता है तो आपका मैदान पर सर्वश्रेष्ठ देना आसान हो जाता है। विराट से हमने काफी कुछ सीखा है कि मुश्किल स्थितियों से कैसे निपटना है। वह अपने खिलाड़ियों को प्रेरित करना नहीं भूलते। अभी भी, वह हमेशा मेरे साथ हैं। वह हमेशा आपकी योग्यताओं को सराहते हैं और हमारे बीच अच्छी ट्यूनिंग है। विराट की सबसे अच्छी बात यह है कि वह टीम और उसके खिलाड़ियों को समझते हैं जिससे मैदान पर आपका काम आसान हो जाता है। क्रिकेटर अपना अधिकतर समय मैदान पर बिताते हैं लेकिन कोरोना वायरस के कारण बीते कुछ महीने घरों में ही रहे हैं। क्या यह खिलाड़ी के लिए मुश्किल है? इस पर कुलदीप ने कहा कि उन्होंने इस दौरान अपने परिवार के साथ अच्छा समय बिताया है।
प्लंकेट को 55 खिलाड़ियों में शामिल न करने पर वॉन ने की ECB की आलोचना
कुलदीप ने बताया, लॉकडाउन में क्या रहा मुश्किल
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन काफी लोगों के लिए मुश्किल रहा है, लेकिन मुझे आराम करने का समय मिल गया और मेरा शरीर भी चोटों से ठीक हो गया है। मैंने अपने परिवार के साथ अच्छा-खासा समय बिताया, लेकिन साथ ही इस समय फिटेनस को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण रहा। शुरुआत में यह काफी मुश्किल था, लेकिन धीरे-धीरे चीजें अपने आप सही होने लगीं। बाएं हाथ के स्पिनर ने कहा कि मैंने अपने लिए एक कार्यक्रम बनाया था और मैं उसी पर काम कर रहा हूं। मैं बीसीसीआई ट्रेनर्स के भी लगाातार टच में हूं। मैं खाने का शौकीन हूं और मुझे एक ही परेशानी आती थी वो थी डाइट प्लान का पालन करना क्योंकि वर्कआउट उतना मुश्किल नहीं होता है। इसलिए डाइट का पालन करना काफी अहम है। कई बार मैंने आराम किया और डाइट प्लान को माना नहीं, लेकिन मैंने रूटीन के साथ बने रहने की पूरी कोशिश की।”
[ad_2]
Source link