चीन को एक और सफलता, Sinopharm की कोरोना वैक्सीन ने ट्रायल में पैदा कीं ऐंटीबॉडी, सेफ भी


चीन के नैशनल फार्मासूटिकल ग्रुप (Sinopharm) की बनाई कोरोना वायरस वैक्सीन शुरुआती और मध्य चरण के ट्रायल में असरदार पाई गई है। इसके इस्तेमाल से इम्यून रिस्पॉन्स में ऐंटीबॉडी पैदा हुईं और यह सुरक्षित भी रही। यह वैक्सीन दुनिया की कुछ चुनिंदा वैक्सीन में से है जो आखिर चरण के ट्रायल में पहुंच चुकी हैं। हजारों लोगों पर टेस्ट होने के बाद इस बात का फैसला किया कि क्या इसे अप्रूवल देकर लोगों को दिया जा सकता है। चीन की CanSino Biologics Inc की कोरोना वायरस वैक्‍सीन Ad5-nCoV को भी पेटेंट मिल गया है।

उम्मीद जगाने वाले नतीजे

जर्नल ऑफ दि अमेरिकन मेडिकल असोसिएशन में छपे पेपर के मुताबिक वैक्सीन के इस्तेमाल से कोई साइड-इफेक्ट नहीं पाया गया है। ये नतीजे 320 स्वस्थ्य लोगों पर किए गए पहले और दूसरे चरण के ट्रायल के थे। चीन की डिजीज कंट्रोल अथॉरिटी, रिसर्च संस्थानों और Sinopharm के वैज्ञानिकों ने मिलकर इसपर काम किया है। पेपर में कहा गया है कि वैक्सीन जिन लोगों को दी गई उनमें ऐंटीबॉडी बनती तो पाई गईं लेकिन फिलहाल यह साफ नहीं है कि क्या इनकी मात्रा इतनी थी कि इनसे COVID-19 इन्फेक्शन से बचा सके।

UAE, पाकिस्तान में ट्रायल

uae-

Sinopharm तीसरे चरण का ट्रायल संयुक्त अरब अमीरात में 15,000 लोगों पर करेगा क्योंकि चीन अब कोरोना वायरस इन्फेक्शन के मामले काफी कम बचे हैं। द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक इस वैक्सीन को पाकिस्तान में भी हजारों लोगों पर टेस्ट किया जाएगा और सफल होने पर चीन पाकिस्तान को करीब 4 करोड़ लोगों के लिए खुराकें देगा। Sinopharm के चेयरमैन ने पिछले महीने बताया था कि वैक्सीन इस साल के अंत तक वैक्सीन तैयार हो सकती है।

CanSino की वैक्सीन को मिला पेटेंट

cansino-

उधर, चीन की पहली कोरोना वायरस वैक्‍सीन Ad5-nCoV को पेटेंट मिल गया है। इस वैक्‍सीन को चीन की सेना की मेजर जनरल चेन वेई और CanSino Biologics Inc कंपनी के सहयोग से बनाया गया है। चीन इस वैक्‍सीन के तीसरे चरण का दुनिया के कई देशों में ट्रायल कर रहा है और इस साल के आखिर तक इसके बाजार में आने की उम्‍मीद है।

कोरोना वैक्सीन पर रूस ने झूठ बोला? 144 तरह के साइड इफेक्ट्स



Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here