चीन पर ट्रंप का बड़ा बयान, कहा- जिनपिंग से अभी बात नहीं करना चाहता, आगे देखेंगे क्या होता है


डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि चीन ट्रेड डील पर काफी खर्च कर रहा है कि लेकिन चीन से आए कोरोना वायरस के कारण मौजूदा स्थिति ने उनका मजा किरकिरा कर दिया है.

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के मामले में चीनी नेतृत्व के प्रति अपनी नाराजगी का संकेत देते हुए कहा है कि वह अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से अभी बात नहीं करना चाहते. व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रम्प से सवाल किया गया कि वह जिनपिंग से बात क्यों नहीं करना चाहते हैं, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देखेंगे.

ट्रंप ने सवाल के जवाब में कहा, ‘‘उनसे अभी बात नहीं करना चाहता हूं. हम देखेंगे कि आने वाले समय में क्या होता है.’’ इस साल की शुरुआत में हुई ट्रेड डील के अनुसार चीन पिछले साल की तुलना में ज्यादा अमेरिकी सामान खरीद रहा है. इस पर ट्रम्प ने कहा, ‘‘वे ट्रेड डील पर काफी खर्च कर रहे हैं, लेकिन ट्रेड डील को लेकर मेरा मजा थोड़ा किरकिरा हो गया है, आप समझ सकते हैं.’’

ट्रेड डील पर बात नहीं करना चाहते

इससे पहले ट्रम्प ने कहा था कि वह ट्रेड डील के बारे में बात नहीं करना चाहते हैं. ट्रम्प ने कहा, ‘‘मैं इसके बारे में बात नहीं करना चाहता. मैं कह सकता हूं कि चीन हमारे काफी उत्पाद खरीद रहा है, लेकिन ट्रेड डील में अभी इंक सूखी भी नहीं थी कि चीन से यह (कोरोना वायरस) आ गया. इसलिए, ऐसा नहीं है कि हम खुश हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा कभी नहीं होना चाहिए था. यह चीन से आया. इसे दुनिया में फैलने से पहले चीन में ही रोका जा सकता था. कुल 186 देश प्रभावित हुए हैं. रूस बुरी तरह प्रभावित है, फ्रांस बुरी तरह प्रभावित है. आप किसी भी देश की ओर देखिए और आप यह कह सकते हैं कि वह ‘‘प्रभावित’’ है या यह कह सकते हैं कि वह ‘‘संक्रमित’’ है.’’

चीन से हताश हैं ट्रम्प

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव केलीग मैकेनानी ने मीडिया से कहा कि ट्रम्प चीन से हताश हैं. इस बीच, अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि ट्रम्प प्रशासन अमेरिकी नागरिकों की निजता या विश्वभर में आने पीढ़ी के नेटवर्कों की अखंडता को कमजोर करने के ‘चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी’ के प्रयासों को सहन नहीं करेगा.

पिछले कई हफ्तों से ट्रम्प पर चीन के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ रहा है. सांसदों और विचारकों का कहना है कि चीन की निष्क्रियता की वजह से वुहान से दुनियाभर में कोरोना वायरस फैला है. कोरोना वायरस के कारण विश्वभर में 45 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और तीन लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.

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