इजरायल में सबसे लंबे वक्त तक के प्रधानमंत्री के रूप में पिछले वर्ष रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा चुके बेंजामिन नेतन्याहू जब भ्रष्टाचार के मुकदमे का सामना करेंगे तो वह पद पर रहते हुए ऐसी स्थिति से गुजरने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री होंगे। वह रविवार (24 मई) को भ्रष्टाचार के कई आरोपों के सिलसिले में कड़ी सुरक्षा के बीच यरुशलम की जिला अदालत में पेश होंगे।
यह चौंकाने वाला परिदृश्य इजरायल को एक ऐसे राजनीतिक और कानूनी परिदृश्य में पहुंचा देगा जहां आखिरकर एक ऐसे नेता के करियर पर पूर्ण विराम की प्रक्रिया संभवत: शुरू होगी जो एक दशक से भी अधिक समय से मतपत्रों में अजेय रहे हैं।
नेतन्याहू पर धोखाधड़ी, विश्वास तोड़ने और रिश्वत लेने जैसे कई आरोप हैं। वह धनी दोस्तों से शैंपेन और सिगार जैसे महंगे उपहार लेने और अपने एवं अपने परिवार के पक्ष में अनुकूल खबरों के लिए मीडिया घरानों की पक्षधरता करने के आरोप से घिरे हैं। सबसे गंभीर मामले में उनपर एक ऐसे कानून को आगे बढ़ाने का आरोप है जिससे एक बड़ी दूरसंचार कंपनी को लाखों डॉलर का फायदा हुआ तथा कंपनी की लोकप्रिय खबरियां वेबसाइट के संदर्भ में संपादकीय वर्चस्व हासिल हुआ।
नेतन्याहू ने इन आरोपों का खंडन किया है और दावा किया कि वह अत्याधिक आक्रामक पुलिस, पक्षपातपूर्ण अभियोजकों एवं विरोधी मीडिया के ‘तख्तापलट’ के प्रयास के शिकार हैं। नेतन्याहू सुनवाई का सामना करने वाले पहले इजरायली नेता नहीं हैं। पूर्व प्रधानमंत्री एहुद ओल्मर्ट और पूर्व राष्ट्रपति मोशे काटसाव 2010 में जेल गए। ओल्मर्ट भ्रष्टाचार के मामले जबिक काटसाव बलात्कार के मामले में जेले गए, लेकिन दोनों आरोपों का सामना करने के लिए पद से हट गए थे।