फेसलेस ई-असेसमेंट (faceless e-assessment) सर्विस 25 सितंबर से देश भर में शुरू हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ट्रांसपेरेंट टैक्सेशन- ईमानदारों के लिए सम्मान’ प्लेटफॉर्म का लॉन्च करते समय कहा कहा कि इससे टैक्स सिस्टम सरल और पारदर्शी बनेगा।
क्या है फेसलेस ई-असेसमेंट
फेसलेस ई-असेसमेंट सॉफ्टवेयर के जरिये इस्तेमाल किया जाता है। इसके तहत टैक्सपेयर्स को इनकम टैक्स अधिकारी के सामने या उसके ऑफिस जाने की आवश्यकता नहीं होगी। टैक्सपेयर्स को इनकम टैक्स स्क्रूटनी असेसमेंट नोटिस के लिए भी आयकर विभाग या चार्टेड अकाउंटेंट के पास नहीं जाना होगा।