भारत ने सख्त ऐतराज दर्ज कराया है. यह पहला मौका नहीं है जब भारत में जासूसी नेटवर्क चलाने की साजिशों के तार नई दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग से जुड़े हुए पाए गए हैं.
नई दिल्ली: कोरोना महामारी के काल में भी पाकिस्तान अपनी करतूतों से बाज़ नहीं आता. पाक उच्चायोग के दो अधिकारियों को रविवार को जासूसी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में पकड़ा गया है. भारत ने पाक उच्चायोग के दोनों अधिकारियों को 24 घण्टे के भीतर देश छोड़ने को कहा है. विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उच्चायोग प्रभारी को तलब कर इन करतूतों पर भारत का सख्त ऐतराज दर्ज कराया है.
सूत्रों के मुताबिक, उच्चायोग के वीज़ा विभाग में तैनात आबिद हुसैन, ताहिर हुसैन को राजनयिक मिशन के सदस्यों के रूप में जासूसी गतिविधियों में लिप्त होने के चलते परसोना-नॉन-ग्रेटा यानी अवांछित व्यक्ति घोषित किया है. उन्हें चौबीस घंटों के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा है.
भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग प्रमुख को तलब कर यह चेतावनी भी दे है कि उनके राजनयिक मिशन का कोई भी कर्मचारी भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त न हो और अपनी राजनयिक हैसियत का गलत इस्तेमाल न करे.
हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब भारत में जासूसी नेटवर्क चलाने की साजिशों के नई दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग से जुड़े तार उजागर हुए हैं. इससे पहले 2016 में भी पाक उच्चायोग के एक राजनयिक को रंगे हाथों पकड़ा गया था. उसे भी परसोना-नॉन-ग्रेटा करार देते हुए भारत से निकाला गया था.