रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) को जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश (इंवेस्टमेंट) के लिए विदेशी निवेशकों का तांता लगा हुआ है। शुक्रवार (5 जून) को कंपनी को छह सप्ताह में सातवीं बड़ी निवेशक अमेरिका की कंपनी सिल्वर लेक मिली, जिसने 0.93% इक्विटी के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 4,546.80 करोड़ रुपए के निवेश का ऐलान किया है।
यह सिल्वर लेक का जियो प्लेटफॉर्म्स में दूसरा निवेश है। इससे पहले भी सिल्वर लेक पार्टनर्स ने 4 मई को जियो प्लेटफॉर्म्स में 1.15% इक्विटी के लिए 5,655.75 करोड़ का इंवेस्टमेंट किया था। इस तरह सिल्वर लेक का जियो में अब कुल इंवेस्टमेंट अब बढ़कर 10,202.55 करोड़ रुपए का हो गया है। साथ ही उसकी जियो प्लेटफॉर्म्स में इक्विटी भी बढ़कर 2.08% हो गई है।
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शुक्रवार को ही अबू धाबी की मुबाडला इंवेस्टमेंट कंपनी ने छठे निवेशक के तौर पर जियो में 1.85 प्रतिशत इक्विटी के लिए 9,093.60 करोड़ रु निवेश की घोषणा की है। मुबाडला ने जियो प्लेटफॉर्म्स की इक्विटी वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपए आंकी है। जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश का जो सिलसिला शुरू हुआ था वह थम नहीं रहा है। अब तक सात बड़े निवेशकों का जियो प्लेटफॉर्म्स में कुल 19.90% इक्विटी के लिए कुल 92,202.15 करोड़ रु का निवेश हो चुका है।
सबसे पहले फेसबुक, उसके बाद विश्व के अग्रणी निवेशक सिल्वर लेक पार्टनर्स, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर एवं अब मुबाडला इंवेस्टमेंट और अब सिल्वर लेक। जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई है। अगली पीढ़ी की टेक्नॉलोजी कंपनी देश को एक डिजिटल समाज के रुप में विकसित बनाने के लक्ष्य से जुटी हुई है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और देश के नंबर एक हाई-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफ़ॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफ़ोकॉम लिमिटेड, जिसके 38 करोड़ 8० लाख ग्राहक हैं, जियो प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई बनी रहेगी।