डोनाल्ड ट्रंप ने कहा: कोरोना वायरस के लिए वैक्सीन तैयार हो या न हो, अमेरिका फिर से खुलेगा


अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ‘वैक्सीन तैयार हो या न हो’, अमेरिका फिर से खुलेगा। साथ ही उन्होंने घोषणा की कि साल के अंत तक कोरोना वायरस की वैक्सीन तैयार करना उनका उद्देश्य है। बीबीसी ने अपनी शनिवार (16 मई) की रिपोर्ट में कहा कि उन्होंने वैक्सीन प्रोजेक्ट ‘ऑपरेशन वॉर्प स्पीड’ की तुलना द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान दुनिया के पहले परमाणु हथियारों को बनाने के प्रयासों से की। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वैक्सीन के बिना भी अमेरिकियों को चाहिए कि वह अपने जीवन में सामान्य रूप से वापस लौटना शुरू करें। 

कई विशेषज्ञों को इस बात पर संदेह है कि कोरोना वायरस की वैक्सीन को एक साल की अवधि के भीतर तैयार किया जा सकता है। राष्ट्रपति ट्रंप ने शुक्रवार (15 मई) को व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “परियोजना 14 वैक्सीन कैंडिडेट पर शोध (रिसर्च) और अनुमोदन (अप्रूवल) के साथ शुरू होगी।” उन्होंने एक वैक्सीन को खोजने और इसे वितरित करने के लिए सरकारी और निजी क्षेत्र के बीच साझेदारी की बात कही और ऑपरेशन का नेतृत्व करने के लिए सेना के एक जनरल और एक पूर्व हेल्थकेयर एग्जीक्यूटिव का नाम बताया।

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पहले फामार्स्युटिकल दिग्गज ग्लैक्सो स्मिथ क्लाइन में वैक्सीन डिवीजन का नेतृत्व करने चुके मोनसैफ सलोई इस मिशन की अगुवाई करेंगे, जबकि अमेरिकी सेना के लिए वितरण की देखरेख करने वाले जनरल गुस्ताव पर्ना चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के रूप में काम करेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप के बाद मोनसैफ सलोई ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि 2020 तक वैक्सीन की कुछ हजार मिलियन खुराकों का वितरण कर दिया जाएगा।

प्रार्थना सभा में शामिल व्यक्ति कोरोना संक्रमित
वहीं, अमेरिका के ओरोविल में मदर्स डे के मौके पर एक गिरजाघर में प्रार्थना सभा में शामिल हुआ एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है, जिसके बाद धार्मिक सभा में मौजूद 180 से अधिक सदस्यों के संक्रमण की चपेट में आने की आशंका बढ़ गई है। बुट्टे काउंटी के जन स्वास्थ्य अधिकारियों ने शुक्रवार (15 मई) को एक बयान में कहा कि उत्तरी सेक्रामेंटो के काउंटी स्थित इस गिरजाघर ने किसी भी तरह की सभा के आयोजन को प्रतिबंधित करने वाले नियम प्रभावी होने के बावजूद प्रार्थना सभा आयोजित की।

बयान में कहा गया, “जल्दबाजी में संस्थानों को दोबारा खोले जाने की प्रक्रिया काफी नुकसानदेह हो सकती है और इस कारण से हमें अधिक प्रतिबंधात्मक कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।” वायरस से संक्रमित ज्यादातर लोगों को तीन हफ्ते तक बुखार और खांसी हो सकती है। बुजुर्गों एवं अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित लोग गंभीर रूप से बीमार पड़ सकते हैं। उन्हें निमोनिया या उनकी मौत तक हो सकती है। ज्यादातर लोग इस बीमारी से ठीक हो जाते हैं।





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