दुनिया के सबसे बुजुर्ग व्‍यक्ति का निधन, कोरोना से अधूरी रह गई अंतिम इच्‍छा


हाइलाइट्स:

  • दुनिया के सबसे बुजुर्ग व्‍यक्ति का 116वां जन्‍मदिन मनाने के चार महीने बाद निधन हो गया है
  • 8 मई 1904 को जन्‍मे दक्षिण अफ्रीका के फ्रेडी ब्‍लोम की एक इच्‍छा कोरोना से अधूरी रह गई
  • फ्रेडी को स‍िगरेट पीने का बहुत शौक था लेकिन कोरोना के कारण उन्‍हें तंबाकू नहीं मिल पाया

केपटाउन
दुनिया के सबसे बुजुर्ग व्‍यक्ति का 116वां जन्‍मदिन मनाने के चार महीने बाद निधन हो गया है। 8 मई 1904 को जन्‍मे दक्षिण अफ्रीका के फ्रेडी ब्‍लोम की इस दुनिया से जाते-जाते एक इच्‍छा कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरी नहीं पाई। दरअसल फ्रेडी को स‍िगरेट पीने का बहुत शौक था लेकिन कोरोना वायरस के कारण उन्‍हें तंबाकू नहीं मिल पाया जिससे वह सिगरेट नहीं बना पाए।

अपना 116वां जन्‍मदिन मनाने के बाद फ्रेडी ने कहा था, ‘मैं ईश्‍वर की कृपा से इतने दिन तक जिंदा हूं।’ स्‍थानीय मीडिया के मुता‍बिक कोरोना वायरस के कारण साउथ अफ्रीका में लॉकडाउन लगा है। इस वजह से वह सिगरेट बनाने के लिए तंबाकू नहीं खरीद पाए। इससे अपने जन्‍मदिन पर सिगरेट पीने की उनकी इच्‍छा अधूरी रह गई। 116वें बर्थडे पर उनकी एकमात्र इच्‍छा सिगरेट पीने की थी।

परिवार की वर्ष 1918 के स्‍पेनिश फ्लू के दौरान मौत
साउथ अफ्रीका ने लॉकडाउन की वजह से शराब और स‍िगरेट के ऊपर बैन लगा रखा है ताकि सड़कों पर शराब पीकर होने वाली मारपीट के केस अस्‍पतालों में कम आएं। फ्रेडी के पूरे परिवार की वर्ष 1918 के स्‍पेनिश फ्लू के दौरान मौत हो गई थी। उन्‍हें दक्षिण अफ्रीका की मीडिया ने दुनिया का सबसे उम्रदराज व्‍यक्ति करार दिया है। परिवार की मौत के बाद ब्‍लोम ने अपने तीनों बच्‍चों का पालन किया था।

परिवार के प्रवक्‍ता एंड्रे नाइदू ने कहा क‍ि उनके दादा एक मजबूत इच्‍छाशक्ति वाले इंसान थे और हमेशा आत्‍मविश्‍वास से भरे रहते थे। उन्‍होंने 2 साल से डॉक्‍टरों के पास जाना बंद कर दिया था। उन्‍होंने कहा कि मेरे दादा की मौत कोरोना वायरस की वजह से नहीं बल्कि सामान्‍य तरीके से हुई है।



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