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दिल्ली से सटे नोएडा में बुधवार की रात भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.2 मापी गई है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र) के मुताबिक भूकंप का केंद्र नोएडा से 19 किलो मीटर दूर दक्षिण पूर्व में था। भूकंप के झटके रात 10.42 मिनट पर महसूस किए गए। पिछले डेढ़ महीने के भीतर दिल्ली-एनसीआर में छठी बार धरती हिली है। इससे पहले 29 मई को भी भूंकप के झटके महसूस किए गए थे।
अभी तक आए सभी झटके सामान्य रहे यानी रिक्टर स्केल पर उनकी तीव्रता काफी कम मापी गई। ऐसे में जान माल का नुकसान नहीं हुआ। वैसे 29 मई को महसूस हुआ भूकंप का झटका जोर का था। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई थी। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया था कि इस भूकंप का केंद्र हरियाणा के रोहतक में था।
Earthquake of magnitude 3.2 struck 19km South-East of Noida at 10:42 pm today: National Center for Seismology (NCS) pic.twitter.com/1FXVjwIsC6
— ANI UP (@ANINewsUP) June 3, 2020
हाल में कब-कब हिली धरती
29 मई को 4.5 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र हरियाणा के रोहतक में था।
14 मई को 2.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र दिल्ली का पीतमपुरा में था।
10 मई को 3.5 तीव्रता के भूकंप के झटके आए। इस बार भूकंप का केंद्र दिल्ली के वजीरपुर के आसपास था।
13 अप्रैल को 2.7 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए।
12 अप्रैल को 3.5 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
भूकंप वैज्ञानिक दिल्ली-एनसीआर में आने वाले इन झटकों को बहुत असामान्य नहीं मानते हैं। दरअसल, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दो बड़ी फॉल्ट लाइन गुजरती है। इसमें से एक महेन्द्रगढ़-देहरादून लाइन है और दूसरी दिल्ली-सरगोधा रिज की लाइन है। जहां पर ये दोनों फॉल्ट लाइन मिलती हैं, वहां पर अक्सर ही भूगर्भीय हलचलें होती रहती हैं। इसके चलते यहां पर इस तरह के भूकंप आते रहते हैं। भूकंप के हल्के झटकों से अक्सर ही भूगर्भीय हलचलों के चलते पैदा होने वाली ऊर्जा बाहर निकल जाती है। इससे भूगर्भीय हलचलें शांत हो जाती हैं।
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