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पाकिस्तानी उच्चायोग के दो वीजा सहायकों को दिल्ली में जासूसी करते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। आबिद हुसैन और ताहिर खान वीजा सहायक के रूप में काम करते हैं और आईएसआई के संचालक हैं। भारत ने उन्हें पर्सोना-नॉन ग्रेटा घोषित किया। दोनों को कल भारत छोड़ना है।
पाकिस्तान के चार्ज डे अफेयर के समक्ष भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ पाकिस्तान के उच्चायोग के इन अधिकारियों की गतिविधियों के संबंध में विरोध दर्ज कराया गया है। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि उसके राजनयिक मिशन का कोई भी सदस्य भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त न हो या अपनी राजनयिक स्थिति के साथ असंगत व्यवहार न करे।
Two visa assistants of Pakistan High Commission caught red-handed involved in espionage in New Delhi. India will be declaring them Persona-non grata and both will be sent back to Pakistan: Sources
— ANI (@ANI) May 31, 2020
दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट- स्पेशल सेल ने जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी उच्चायोग के दो वीजा सहायकों को हिरासत में लिया है। इन्हें भारतीय सुरक्षा तैयारियों सहित आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी सूचनाओं की जासूसी करने का आरोप में हिरासत में लिया गया है। स्पेशल सेल के ज्वाइंट कमिश्नर नीरज ठाकुर ने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है और हामारी टीम यह पता लगाने में जुटी है कि इनके नेटवर्क में और कौन-कौन से लोग शामिल हैं?
बीते पांच सालों से दोनों दिल्ली में
जासूसी के आरोप में स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े दोनों आरोपी पिछले करीब पांच साल से ज्यादा समय से दिल्ली में थे। शुरुआती पूछताछ में यह पता चला है कि दोनों आरोपी पाकिस्तानी खुफिया इकाई आईएसआई के संपर्क में थे। ये आईएसआई के लिए भारत की सुरक्षा तैयारियों से जुड़ी गोपनीय जानकारी जुटा रहे थे। इनके पास से पुलिस ने कुछ दस्तावेज भी बरामद किए हैं, जिसकी बारीकी से जांच की जा रही है। स्पेशल सेल की टीम इनसे पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि इन्होंने आाखिरकार ये दस्तावेज किससे हासिल किए थे? और इसके लिए किस नेटवर्क का इस्तेमाल किया था?
ऐसे पकड़े गए दोनों आरोपी
हिरासत मे लिए गए दोनों आरोपियों में आबिद हुसैन और ताहिर खान शामिल हैं। ये पाकिस्तानी उच्चायोग के वीजा यूनिट में बतौर सहायक काम करते हैं और आईएसआई के लिए काम करते थे। स्पेशल सेल सूत्रों की मानें तो इन्हें सोमवार को ही भारत छोड़ना था, लेकिन पुलिस ने इन्हें इससे पहले ही धर दबोचा।
स्पेशल सेल के मुताबिक खुफिया इकाइयों के जरिये स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि पाकिस्तानी उच्चायोग से जुड़े कुछ लोग जासूसी करने में जुटे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस इनके पीछे लगी हुई थी और इनकी हर गतिविधि पर पैनी नजर गड़ा रखी थी। सूचना पुख्ता होते ही पुलिस ने इन्हें धर दबोचा।
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