पाकिस्तान की आपत्ति को नजरंदाज करते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जम्मू जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगी रनबीर नहर से गाद निकालने का कार्य बुधवार को पूरा कर लिया। इससे किसानों के साथ ही सीमा के पास रहने वाले लोगों को जरूरी राहत मिलेगी। यह जानकारी बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने दी।
प्रवक्ता ने कहा कि नहर पर काम पाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा सीमापार से गोलीबारी की आशंका के बीच अरनिया और आरएस पुरा सेक्टर में सीमा बाड़ से लगे क्षेत्र और बाड़ से आगे किया गया। रनबीर नहर को जम्मू की जीवनरेखा माना जाता है और इसका निर्माण 1905 में क्षेत्र में किसानों के लिए सिंचाई के प्रमुख स्रोत के तौर पर किया गया था। आरएस पुरा में प्रसिद्ध बासमती चावल की खेती में इस नहर की महत्वपूर्ण भूमिका है।
Amid #Lockdown, under security cover of BSF, #JammuAndKashmir Irrigation authorities cleaning the Ranbir Canal close to border. This would help the border population in carrying out timely cultivation. Pakistan was not allowing this work on the Zero line. pic.twitter.com/VZ3XrzzHJ6
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) May 26, 2020
अंतरराष्ट्रीय सीमा के काफी नजदीक है नहर
बताया गया कि सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने सीमा के पास नहर से गाद निकालने के कार्य में सहायता के लिए बीएसएफ अधिकारियों से संपर्क किया था। 59.55 किलोमीटर लंबी यह नहर अंतरराष्ट्रीय सीमा के काफी नजदीक है। गाद निकालने का काम अरनिया और आरएस पुरा सेक्टर में दो दिन पहले वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में शुरू किया गया था।
प्रवक्ता ने कहा, ‘सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग ने सीमा के पास नहर से गाद निकालने के कार्य में सहायता के लिए बीएसएफ प्राधिकारियों से सम्पर्क किया था। कार्य को बाधित करने के लिए पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की आशंका के बावजूद किसानों के हित में बीएसएफ ने जम्मू कश्मीर प्रशासन को समय से मदद की।’
गाद के चलते नहीं हो पा रहा था सिंचाई सुविधा का पूरा इस्तेमाल
यह नहर एक महत्वपूर्ण परियोजना थी जिससे जम्मू में ग्रामीण कृषि अर्थव्यवस्था में तेजी से बदलाव आया। यह अंतरराष्ट्रीय सीमा के काफी नजदीक है और उसमें काफी मात्रा में गाद जमा हो गई थी। इससे नहर में पानी का बहाव प्रभावित हो रहा था। प्रवक्ता ने कहा, ‘गाद के चलते सिंचाई सुविधा का पूरा इस्तेमाल नहीं हो पा रहा था, क्षेत्र के किसान नहर से गाद निकालने के लिए लगातार केंद्र शासित प्रदेश शासन से सम्पर्क कर रहे थे।’
प्रवक्ता ने कहा, ”इस कार्य को रिकार्ड समय में पूरा किया गया। पाकिस्तानी रेंजर्स ने इस कार्य पर आपत्ति जतायी और आक्रामक रुख अपनाया लेकिन स्थिति से कुशलता से निपटने के चलते कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया। उन्होंने कहा कि इस कार्य से स्थानीय लोग बहुत खुश हैं ओर इससे जम्मू जिले के किसानों को काफी लाभ होगा।