- पाकिस्तानी उच्चायोग में कार्यरत दो अधिकारियों की जासूसी
- अधिकारियों ने दोनों को संवेदनशील दस्तावेज हासिल करते रंगे हाथ पकड़े
- पकड़े जाने के बाद दोनों ने अधिकारियों से कहा कि वो भारतीय हैं
- दोनों पाकिस्तानियों ने अधिकारियों को फर्जी आधार कार्ड भी दिखाए
नई दिल्ली
दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमिशन के दो अधिकारियों को जासूसी करते रंगे हांथों पकड़ा गया है। भारतीय अधिकारियों ने जब इनको पकड़ा तो इन जासूसों ने भारतीय अधिकारियों को चकमा देने की भरपूर कोशिश की। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने जब इनसे गहन पूछताछ की तब चौंकाने वाले खुलासे हुए।
फर्जी आधारकार्ड से शक और गहराया
सूत्रों के मुताबिक, दोनों जासूसों को रंगे हाथों तब पकड़ा गया जब वो करोल बाग में एक भारतीय नागरिक से भारतीय सुरक्षा प्रतिष्ठान से जुड़े संवेदनशील दस्तावेज ले रहे थे। इसी दौरान दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को रंगे हाथों धर लिया। दोनों के पास से दो ऐपल आइफोन मोबाइल और 15 हजार रुपये कैश मिले। पुलिस ने दोनों से पूछताछ करनी शुरू की तब दोनों जासूसों ने खुद को भारतीय साबित करने की जीतोड़ कोशिश की।
पाकिस्तान हाई कमिशन में काम करने वाले दो अधिकारी जासूसी करते रंगे हाथों पकड़ाए
भारतीय अधिकारियों को बरगलाने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक, दोनों पाकिस्तानी जासूसों ने भारतीय अधिकारियों का बरगलाने की खूब कोशिश की। दोनों ने खुद को भारतीय बताया और एक ने अपना आधार कार्ड भी दिखाया जो फर्जी था। आधार कार्ड पर पता गीता कॉलोनी का और नाम नजीर गोतम (Nazir Gotam) लिखा है। फर्जी आधारकार्ड देखकर पूछताछ कर रहे अधिकारियों का शक और भी गहरा गया। बस क्या था, दोनों पर सच बताने का दबाव बढ़ाया गया और फिर जासूसों ने अपना अपराध कबूल कर लिया।
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आईएसआई के लिए करते थे काम
पकड़े गए जासूसों में एक 42 वर्षीय आबिद हुसैन पाकिस्तान के पंजाब प्रांत स्थित शेखपुरा जिला जबकि दूसरा 44 वर्षीय मोहम्मद ताहिर इस्लामाबाद का रहने वाला है। पूछताछ के दौरान ही इन दोनों ने एक और अहम खुलासा किया। इन दोनों ने बताया कि वो पाकिस्तान हाई कमीशन में काम करते हैं और पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करते हैं। बहरहाल, दोनों जासूसों को 24 घंटे के अंदर भारत छोड़ने का फरमान सुना दिया गया है।