देश में कोरोना रोगियों की स्वस्थ होने की दर में लगातार वृद्धि हो रही हैं। सोमवार को यह दर 51.08 प्रतिशत तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से संक्रमित 7419 व्यक्ति स्वस्थ्य हुए हैं। इन्हे मिला कर अब तक कोविड-19 से संक्रमित कुल 1,69,797 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 1,53,106 व्यक्ति सक्रिय चिकित्सीय देखरेख में हैं।
इससे यह पता चलता है कि कोविड-19 के जितने भी मामले हैं उनमें से आधे से अधिक मरीज इस रोग से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। समय पर रोग का पता लग जाने और समुचित चिकित्सकीय उपचार से ही इतनी बड़ी संख्या में मरीज ठीक हो पाए हैं।
इस बीच देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 332424 हो गई है। जबकि मृतकों की संख्या 9520 हो गई है। बीते चौबीस घंटों के दौरान कोरोना के 11502 नए मरीज आए हैं तथा 325 लोगों की मौत हुई है।
महाराष्ट्र में कोरोना से एक दिन में सबसे अधिक मौत, कुल मामला 110744; अब तक 4128 लोगों की गई जान
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार (15 जून) को कहा कि सरकार द्वारा लॉकडाउन जल्दी लागू किए जाने से भारत में कोविड-19 के मामले तेजी से नहीं, बल्कि सपाट तरीके से बढ़े हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार कोरोना महामारी से निपटने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रही है।
उन्होंने कोरोना वायरस की वृद्धि दर दिखाते एक ग्राफ के साथ ट्वीट में कहा, ”लॉकडाउन जल्दी लगा दिया गया जिससे कोरोना वायरस के मामले तेजी से नहीं, बल्कि सपाट तरीके से बढ़े। ग्राफ में दिखाया गया कि 20 मार्च को कोरोना मामलों की वृद्धि दर 30 प्रतिशत से अधिक थी जो मई के पहले सप्ताह से करीब पांच प्रतिशत बनी हुई है। अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद कोरोना महामारी के सबसे ज्यादा मामले भारत में है।
Our government is leaving no stone unturned in tackling the crisis caused by the #novel #coronavirus outbreak in the country.
The early lockdown that was imposed, helped India in converting the exponential growth rate into a linear trend !#IndiaFightsCorona pic.twitter.com/FtkBNEaGb5— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) June 15, 2020
महामारी के बीच स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की कमी की खबरों के बीच केंद्र ने सोमवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदशों से ऐसे बुनियादी ढांचे और वाजिब दरों पर जरूरी चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करने को कहा है। इस बीच आईसीएमआर ने निषिद्ध क्षेत्रों में कोरोना वायरस के उपचार के लिए त्वरित एंटीजन टेस्ट किटों के इस्तेमाल का सुझाव दिया है। इससे लेबोरेटरी में जांच के बिना तेजी से उपचार संभव हो सकेगा।