
नयी दिल्ली। पिछले कई माह से कांग्रेस के कुछ नेता पार्टी लाइन से हट कर मोदी सरकार के फेवर में बयानबाजी कर रहे हैं। उनमें एक हैं पूर्व केन्द्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान जो मोदी और वर्तमान सरकार की कई बार तारीफ की। तीन तलाक और मुस्लिम समाज की हालत पर मोदी सरकार का साथ दिया। शायद वही वजह रही कि मोदी सरकार ने पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेसी नेता को केरल का राज्यपाल बना दिया। इसे कहते मोके पर चौका लगाना। शायद यही सोच कर राजनेता अपनी पार्टियां छोड़ कर मोदी की गोदी में समा जाने को बेकरार हैं। वैसे इनके अलावा कांग्रेस के ही शशि थरूर ने भी कई मामलों में बयान देकर मोदी सरकार की तारीफ की है। कांग्रेस के दूसरे बड़े नेता ओर सिंधिया परिवार के चश्मो चिराग ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अनुच्छेद 370 और 35 ए के मामले में मोदी सरकार के पक्ष में पार्टी लाइन से हट कर अपना बयान दिया। बाद में पार्टी ने इस मामले में सिंधिया से कारण बताओ नोटिस भी देने की बात कही थी।
कई दिनों से चर्चा में चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान को मोदी सरकार ने केरल का राज्यपाल बनाया गया है। आरिफ मोहम्मद खान के बयान का ही हवाला देकर पीएम मोदी ने संसद में कहा था कि कांग्रेस के नेता ने कहा था कि मुस्लिम अगर गढ्ढे में रहना चाहते हैं तो रहने दो क्या हम मुस्लिमों के समाज सुधारक हैं। बाद में इस बात की पष्टि आरिफ मोहम्मद खान ने यह कहते हुए की थी कि जब उन्होंने तीन तलाक के मुद्दे पर राजीव गांधी सरकार से इस्तीफा दिया था तो पीवी नरसिम्हा राव ने उनसे यह बात की थी. आरिफ मोहम्मद खान तीन तलाक सहित कई मुद्दों पर पीएम मोदी सरकार पर नरम रुख अपनाते आए हैं।
कलराज मिश्रा को हिमाचल प्रदेश से हटाकर राजस्थान का राज्यपाल और भगत सिंह कोश्यारी को महाराष्ट्र का राज्यपाल और बंडारू दत्तात्रेय को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया है। टी. सुंदरराजन को तेलंगाना का राज्यपाल का बनाया गया है।