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कन्नौज/उन्नाव
उत्तर प्रदेश में आंधी और बारिश कहर बनकर टूटी है। कन्नौज और उन्नाव जिलों में हुई जबरदस्त बारिश, आंधी, बिजली और ओले गिरने की घटनाओं में 13 लोगों की मौत हो गई। कई लोग घायल भी हुए हैं। कन्नौज में पांच और उन्नाव में आठ लोगों की मौत हुई है। आंधी-बारिश से संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा है।
कन्नौज जिले के ठठिया क्षेत्र में शनिवार दोपहर आंधी, बारिश और ओलावृष्टि से जुड़े हादसों में पांच लोगों की मौत हो गई। अपर जिलाधिकारी गजेंद्र कुमार ने बताया कि छतरपुर गांव मे बने इंडेन गैस सर्विस की गोदाम की छत ढहने से वाहन चालक विद्यासागर (45) की मौत हो गयी। दूसरी घटना ठठिया थाना क्षेत्र के सुरसा गांव मे हुई। यहां तूफान और बारिश से दिनेश पाल (30) के घर की दीवार गिर गयी जिसमें दिनेश पाल की मौके पर ही मौत हो गयी।
उन्होंने बताया कि तीसरी घटना ठठिया के भिखनीपुरवा में हुई। यहां रामआसरे (80) तूफान के समय अपने घर के आंगन में बैठे हुए थे। अचानक उनके सर पर भारी ओला गिरने से उनकी मौत हो गई। तूफान के कारण तिजलापुर गांव मे चंदन कठेरिया के घर के सामने उनका ट्रैक्टर खड़ा था। उनका आठ साल का पुत्र अभिषेक दरवाजे पर ही खड़ा था। इसी दौरान तेज हवा के झोंके में ट्राली पलट कर अभिषेक के ऊपर जा गिरी जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
कुमार ने बताया कि पांचवीं घटना रमईपुर में हुई जहां नीलू (18) यूकेलिप्टस के पेड़ के नीचे खड़ा था। इसी दौरान आंधी के कारण पेड़ गिर गया और वह उसके नीचे दब गया जिससे उसकी मौत हो गयी। ठठिया थानाध्यक्ष विजय बहादुर वर्मा ने बताया कि क्षेत्र में दर्जनों पेड़ गिरे हैं तथा सैकड़ो घरों को नुकसान हुआ है। प्रशासन राहत-बचाव कार्य कर रहा है। अभी मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
उन्नाव से मिली खबर के मुताबिक जिले के विभिन्न तहसील क्षेत्रों में शनिवार शाम आंधी, बिजली गिरने और भारी बारिश से अलग-अलग घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई है। करीब आधा दर्जन लोग घायल हुए हैं। तूफान के बाद जिला प्रशासन ने तुरंत एक्शन लिया और राहत-बचाव के साथ तहसील स्तरीय अधिकारियों को जांच कर राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। अपर जिलाधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि अलग-अलग घटनाओं में मरने वालों की संख्या आठ है।
बिहार थाना क्षेत्र के गांव जप्सरा में स्थानीय निवासी संजय कुमार की 14 वर्षीय पुत्री शुभी उसकी बड़ी बहन पूजा (15) के साथ छत पर मौजूद थी। इस दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आकर शुभी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पूजा गंभीर रूप से झुलस गई। एक अन्य घटना में भगवंत नगर चौकी क्षेत्र के गांव गोरैया निवासी भगवती प्रसाद (45) तूफान के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आकर झुलस गये, जिससे उसकी मौत हो गई । उन्होंने बताया कि ग्राम यशवंत खेड़ा में 70 वर्षीय वृद्धा परमेश्वरी अपने घर के दरवाजे पर बैठी थीं तभी आकाशीय बिजली की चपेट आने से गंभीर रूप से झुलस गई। इलाज के लिए उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुमेरपुर ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि एक अन्य घटना में अनिल (38) बारिश के दौरान बाहर जानवर चरा रहा था। तभी आकाशीय बिजली की चपेट में आ गया, उपचार के लिए उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बीघापुर ले जाया गया किंतु अस्पताल पहुंचने के पूर्व ही उसने दम तोड़ दिया। वहीं बीघापुर थाना क्षेत्र के गांव शिवदीन खेड़ा मजरे मगरायर में जामुन का पेड़ ऊपर गिरने से 26 वर्षीय करन की दबकर मौत हो गई जबकि उसके साथ मौजूद रहे गांव के साथी नन्हे लाल व सुनील घायल हो गए।
इसी तरह हसनगंज तहसील अंतर्गत आसीवन थाना क्षेत्र के जारूल्ला नगर मजरा कटरा गांव निवासी 45 वर्षीय राम कुमार देर शाम घर के बाहर छप्पर के नीचे बैठे थे, तभी घर की बाहरी पक्की दीवार पलट गई और मलबे में दबकर उनकी मौत हो गई। अपर जिलाधिकारी सिंह ने बताया कि पुरवा तहसील और कोतवाली क्षेत्र के गांव सेमरीमऊ निवासी बिल्लेश्वर (55) दोपहर जंगल में खेतों पर गए थे, तभी तेज तूफान के साथ आई बरसात से वह नीम के पेड़ के नीचे जाकर बारिश से बचने का प्रयास करने लगे। इसी बीच आई तेज आंधी से नीम का पेड़ बिल्लेश्वर के ऊपर गिर गया। जिससे उसकी दबकर मौके पर ही मौत हो गई।
इसी तरह फतेहपुर चैरासी थाना क्षेत्र के परशुराम पुरवा गांव निवासी गुड्डू (22) अपने खेत से वापस आ रहा था, तभी आंधी, तूफान और बारिश के कारण एक नीम के पेड़ के नीचे खड़ा हो गया। उसी वक्त पेड़ की डाल उस पर जा गिरी, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पाटन स्थित तहसील मुख्यालय बीघापुर परिसर में स्थित पुलिस चौकी के ऊपर नीम का पेड़ उखड़ कर गिर गया। जिसमें पुलिस कर्मी बाल-बाल बचे। पेड़ के नीचे बनी विश्रामशाला भी क्षतिग्रस्त हो गयी। कानपुर-रायबरेली राजमार्ग पर रावतपुर गांव के सामने 11,000 हाईटेंशन लाइन का पोल उखड़ कर गिर जाने से आवागमन बाधित होगया। इस दौरान करीब 1 घंटे तक मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं।
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