देवेन्द्र देव निगम
दिल्ली। 31 मई को अलीगढ़ में एक ढाई साल की बच्ची दिल दहलाने वाली हत्या की वारदात के बाद भी प्रदेश के अनेक जिलों से मासूम बच्चियों के साथ दरिंदगी और हत्याओं का सिलसिला जारी है। ऐसा कोई भी दिन नहीं बीत रहा जब किसी मासूम बच्ची को रेप का शिकार नहीं बनाया जा रहा है साथ ही उनकी बेदर्दी से हत्या भी की जा रही है।
ताजा मामला बुन्देलखंड के जालौन जिले के एक गांव मे दलित परिवार की सात वर्षीय बच्ची की रेप केबाद नृशंस हत्या कर दी गयी, उसका शव रविवार की सुबह गांव बाहर खेत की झाडियों मे पाया गया, बच्ची के शरीर मे कई जगह जख्म और नोचने-खसोटे के निशान पाए गए हैं,जालौन एसपी स्वामी प्रसाद का कहना है कि रेप के बारे मे पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा,गांव मे तनाव को देखते हुए कई थानो का पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया है।
परिजनो के मुताबिक शनिवार की शाम बच्ची घर के बाहर खेल रही थी अचानक गायब हो गई, देर रात तक खोजबीन करते रहे पर कोई पता नही चला, रविवार की सुबह बच्ची की नग्न लाश गांव बाहर पाई गई, दरिन्दों ने उसकी सलवार से बच्ची का गला घोंटकर मार डाला, घटना की खबर पाकर डीआईजी झांसी सुभाष बघेल भी गांव पहुंचे, उन्होने कुठौंद थाना छेत्र के गांव मे हुई इस घटना को बेहद दुखद बताया, एसपी को ताकीद किया कि टीम बनाकर कार्यवाही करें, दरिन्दों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाये।
इस घटना के ठीक एक दिन पहले हमीरपुर जिले के एक गांव मे 11साल की दलित परिवार की बच्ची को दरिन्दो ने गैंगरेप का शिकार बनाकर मौत के घाट उतार दिया था,