नयी दिल्ली। अजहर मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के भारत ने काफी मशक्कत की लेकिन एक बार फिर चीन ने पाक का साथ दिया और यूएन में मसूद को आतंकी घोषित होने बचा लिया। इसके लिये उसने वीटो पावर का इस्तेमाल किया। इससे भारतीय प्रयासों का बड़ा झटका माना जा रहा है। इस मामले में कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने सरकार पर हमले शुरू कर दिये हैं।

राहुल गांधी ने सरकार पर हमला करते हुए पूछा था कि जब चीन के आगे नहीं चल पा रही है तो प्रधानमंत्री चीन दौरों में क्या करते थे। मोदी सरकार यह दावे करती है कि उनके पड़ोसी देशों से संबंध काफी मध्ुार हैं तो चीन हर बार उनके आड़े क्यों आ जाता है। अन्य विपक्षी दल भी सरकार से सवाल कर रहे हैं। राहुल ने मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि  मोदी शी जिनपिं से डरते हैं। वो एक कायर प्रधानमंत्री हैं।

गुरुवार को दूरसंचार और कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद सरकार के बचाव में प्रेसवार्ता कर राहुल गांधी को जमकर लताड़ लगाते हुए कहा कि वो कैसे भारतीय हैं जब देश दुखी हाता हैं तो वो खुश होते हैं। पुलवामा अटैक और पाक हवाई हमले पर राहुल गांधी सिर्फ दो दिन ही सरकार के साथ खड़े हुए। उसके बाद कांग्रेस पाटी के अन्य नेता सरकार से हवाई हमले के सुबूत मागने लगे। राहुल गांधी चुप रहते हैं। बाद में वो भी उनके सुर में सुर मिलाकर सरकार को कठघरे में खड़ा करने में जुटे हुए हैं। कांगें्रस के ही सांसद शशि थरूर अपनी किताब में लिखते हैं कि पाक और भारत का मामला यूएन में तत्कालीन पीएम नेहरू जी ही ले गये थे। इसलिये राहुल गांधी हमसे क्यों जवाब मांगते हैं। समस्या तो उनके नाना ही उत्पन्न करके गये है।

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