उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से ‘हिन्दुस्तान’ के प्रधान संपादक शशि शेखर ने खास बातचीत में रोजगार के सवाल पर कहा कि हमें एक बात का ध्यान रखना होगा कि एक चलता हुआ उद्योग ही श्रमिकों का हित कर पाएंगे। बंद उद्योग श्रमिकों का हित नहीं कर पाते हैं। जो भी उद्योग नए मेन पॉवर को लेना चाहते हैं तो उसके लिए हमने एक व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने लेबर लॉ को एक हजार दिन के लिए मिनिमाइज करने का काम किया है। अगर लेबर और प्रबंधन दोनों की सहमति से काम करना चाहे तो वो अलग विषय है। महिलाओं को रात में काम पर नहीं बुला सकते। उद्योग जब चलेंगे हम लेबर लॉ के नाम पर मजदूरों के पेट पर लात मारने की छूट किसी को नहीं देंगे। इसलिए हमें लेबर लॉ संबंधित नियम लाने पड़े हैं।
हमने लॉकडाउन के दौरान हमने सभी चीनी मिलों को चलाया। लेबर को विश्वास है कि उसका शोषण नहीं होगा तो दूसरी ओर पूजी लगाने वाले को भी विश्वास है। उत्तर प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों के लिए बनाए गए शहर नोएडा और ग्रेटर नोएड के हालत पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर में जेवर के पास दुनिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट के निर्माण की कार्रवाई आगे बढ़ा रहे हैं। दुनिया के सौ अच्छे प्रोजेक्ट हैं उसमें नोएडा के जेवर एयरपोर्ट एक है। यह इसलिए संभव हो पाया है कि नोएडा और ग्रेटर में संभावनाएं हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में इसके लिए व्यापक कार्ययोजना तैयार हुई है। इस क्रम में हमने हर प्रवासी कामगार और श्रमिकों की स्कील मैपिंग कराई है। प्रदेश में जितने भी कामगार पहले से हैं उनकी भी स्किल मैपिंग कराई जा रही है। जो पहले से स्किल मैनपावर है उन्हें काम देने के लिए उद्योग जगत से कार्ययोजना बढ़ रही है। कृषि क्षेत्र में भी रोजगार बढ़ाने की कार्ययोजना बनाई जा रही है। इस समय हमारी प्राथमिकता सबको बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की है। हर प्रवासी कामगार को राशन और पोशन भत्ता दे रहे हैं। उनको रोजगार और आर्थिक सुरक्षा गारंटी योजना के लिए कामगार श्रमिक सेवायोजन और रोजगार आयोग का गठन किया जा रहा है।
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राज्य स्तर पर उसकी एक बॉडी होगी, जिसमें कुछ मंत्री, प्रशासनिक अधिकारी, उद्योग जगत प्रतिनिधि और मजदूर संगठनों के लोग रहेंगे। उसको हम दो भागों में बांट रहे हैं। हमारे पास सबसे बड़ा एमएसएमई सेक्टर में रोजगार की मैपिक कर रहे हैं और दूसरा कृषि और इससे जुड़े कार्यों में रोजगार की संभावना है। जिला स्तर पर जो सेवायोजन का कार्यालय कई सालों से निष्क्रिय था। अब तकनीक का इस्तेमाल करते हुए हर व्यक्ति का मैपिंग करने और रोजगार उपलब्ध कराने का काम शुरु किया है।
लॉकडाउन के तीसरे फेज शुरू होने के साथ ही करीब 1 हजार बड़े उद्यम शुरू हो गए हैं। उनमें 75 हजार से अधिक लोगों को रोजगार दिया है। एमएसएमई सेक्टर में करीब 30 लाख लोग रोजगार प्राप्त कर चुके हैं। जितने बड़े प्रॉजेक्ट हैं हाइवे निर्माण, मेट्रो, पावर प्रॉजेक्ट सभी शुरू कर दिए हैं। सभी जगह रोजगार सृजन हुआ है। मनरेगा के तहत 41-42 लाख लोग रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान 119 चीनी मिलें, 12 हजार से अधिक ईंट भट्टे को सावधानी बरतते हुए चलाए गए थे। हर स्तर पर हमारा प्रयास है कि यूपी के युवा को कहीं भटकना ना पड़े।
पलायन के दोषी वहीं जिन लोगों ने छह दशक तक शासन किया
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से जुड़े एक सवाल के जवाब में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इन लोगों ने देश की जनता को बेवकुफ बनाया है। पलायन के लिए दोषी वहीं लोग हैं जिन लोगों ने देश में छह दशक तक शासन किया। जो लोग कोरोना संकट के समय देश की इस लड़ाई में सहभागी होने के बजाय राजनीति कर रहे हैं वो देशवासियों का अपमान कर रहे हैं। ये लोग झूठ बोलने में माहिर हैं।