- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार को लॉकडाउन 4 के मद्देनजर भेजे सुझाव
- केजरीवाल की केंद्र सरकार से मांग, सरकारी कर्मचारियों और आपात सेवा में जुटे लोगों के लिए शुरू हो मेट्रो
- पीएम मोदी को लिखे पत्र में केजरीवाल ने सलाह दी कि सैलून, सिनेमा हॉल और धार्मिक स्थलों को रखा जाए बंद
नई दिल्ली
पूरा भारत कोरोना वायरस (Coronavirus India) के खिलाफ मजबूती से जंग लड़ रहा है। लॉकडाउन 4.0 (Lockdown 4.0) में किन चीजों में ढील दी जाए, कहां पाबंदियां लागू रखी जाएं, इसके बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को प्लान दिया है। अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister Narendra Modi) को सलाह दी है कि सरकारी कर्मचारियों और आपात सेवा में जुटे कर्मचारियों के लिए 17 मई के बाद से दिल्ली में मेट्रो ट्रेनें चलाए जाने की इजाजत दी जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में उन्होंने सलाह दी है कि सैलून, सिनेमा हॉल और धार्मिक स्थलों को बंद रखा जाए। इस बीच दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) आदेश मिलते ही परिचालन शुरू करने के लिहाज से तैयारियों में जुट गया है। मेट्रो यात्रियों के शरीर का तापमान जांचने, सीटों और प्लैटफॉर्म के फर्श पर दो गज की दूरी के संबंध में स्टीकर चिपकाने आदि में जुटा हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की तादाद बढ़कर 123 हो गई है, जबकि संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 8,895 पहुंच गए हैं।
पढ़ें: लॉकडाउन 4.0 की करें तैयारी, बन रही लिस्ट
‘मामले बढ़ेंगे लेकिन इलाज का इंतजाम’
आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को दिल्ली में 472 नए मामले आए थे, जो एक दिन में सबसे अधिक हैं। केजरीवाल ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि 17 मई के बाद लॉकडाउन में ढील दिए जाने पर कोविड-19 के मामले बढ़ेंगे, लेकिन दिल्ली सरकार ने अस्पतालों में बिस्तरों, आईसीयू, ऐम्बुलेंस और वेंटिलेटर की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में कार्यस्थलों पर आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड करना और उसका उपयोग करना अनिवार्य किया जाएगा। रात 9 बजे से सुबह 5 बजे के बीच आपात सेवाओं के अतिरिक्त अन्य लोगों की आवाजाही पर पाबंदी होगी।
पढ़ें: कोरोना का खौफ, जानें कितने कैदी हुए रिहा
‘इस तरह से चलाई जाए मेट्रो’
अपने पत्र में केजरीवाल ने प्रधानमंत्री से कहा है कि 17 मई के बाद चार पहिया वाहनों में ड्राइवर के अलावा दो लोगों को बैठने और दो-पहिया वाहनों पर सिर्फ एक व्यक्ति के यात्रा करने की अनुमति दी जाए। उन्होंने अनुरोध किया है कि दिल्ली सरकार के कर्मचारियों के लिए दिल्ली मेट्रो ट्रेन सेवा सुबह साढ़े 7 बजे से साढ़े 10 बजे तक और शाम साढ़े 5 बजे से साढ़े 8 बजे तक चलाई जाए। दिल्ली मेट्रो में अभी तक सामान्य दिनों में औसतन प्रतिदिन 26 लाख यात्री यात्रा करते थे।
‘…तो आप सरकार पूरी तरह से तैयार’
दिल्ली मेट्रो की सेवा 22 मार्च को जनता कर्फ्यू और उसके बाद कोविड-19 लॉकडाउन के कारण बंद है। हालांकि, अभी तक इस संबंध में कुछ स्पष्ट नहीं है कि मेट्रो ट्रेनें कब से चलनी शुरू होंगी। इस बीच, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि यदि केंद्र अनुमति दे तो आम आदमी पार्टी की सरकार पूरे एहतियात के साथ शहर में सार्वजनिक परिवहन शुरू करने के लिए तैयार है।