ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में अप्रैल में 20.4 प्रतिशत की जबरदस्त गिरावट आई। कोरोना वायरस की वजह से देश में लागू लॉकडाउन का यह पहला महीना था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने शुक्रवार को इस महामारी से अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्र विशेषरूप से पब, शिक्षा, स्वास्थ्य और वाहन बुरी तरह प्रभावित हुए। इस दौरान कारों की बिक्री में जोरदार गिरावट आई।
ब्रिटेन की सांख्यिकी विभाग के उप राष्ट्रीय सांख्यिकीविद जोनाथन एथाउ ने कहा कि अप्रैल की गिरावट देश में सबसे बड़ी रही है। यह कोविड-19 से पहले आई गिरावट से दस गुना बड़ी है। इससे पहले मार्च में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में 5.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी। ब्रिटेन में 23 मार्च से लॉकडाउन लागू है। अब अंकुशों में कुछ ढील दी जा रही है। सोमवार से गैर-आवश्यक वस्तुओं की दुकानें मसलन डिपार्टमेंटल स्टोर और इलेक्ट्रॉनिक की खुदरा दुकानें खुलने जा रही है।
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बता दें ब्रिटेन में गुरुवार (11 जून) को 1266 नए मामले सामने आए। भारत छह जून की सुबह ही इटली को पीछे छोड़ छठवें स्थान पर पहुंचा था और रात होते-होते स्पेन को भी पीछे धकेलते हुए वह पांचवें स्थान पर आ गया था। वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कुल मामले दो लाख 97 हजार तक पहुंच चुके हैं और यह आंकड़ा ब्रिटेन से 5592 ज्यादा है।