Edited By Anuj Maurya | टाइम्स न्यूज नेटवर्क | Updated:
नई दिल्ली
देश भर में कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लागू है और सोमवार से इसका चौथा चरण (lockdown 4.0) शुरू होने वाला है। इस चरण में क्या रियायत दी जाए और क्या नहीं, इसके लिए पीएम मोदी ने कुछ दिन पहले ही राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक (PM meeting with CMs) की थी। इसमें तमाम राज्यों ने अलग-अलग तरह की मांग रखीं, कुछ ने तो लॉकडाउन में कोई भी रियायत ना देने की मांग की। आइए जानते हैं लॉकडाउन 4.0 के लिए राज्यों की ओर से क्या प्रस्ताव आए हैं या यूं कहें कि लॉकडाउन 4.0 में राज्य क्या चाहते हैं (What states want in Lockdown 4.0)।
महाराष्ट्र: मुंबई, पुणे में 31 मई तक सख्त लॉकडाउनकोरोना से सबसे बुरी तरह से महाराष्ट्र ही प्रभावित हुआ है, जहां 30 हजार के करीब मामले सामने आ चुके हैं और 1000 से भी अधिक लोग मारे जा चुके हैं। सरकार चाहती है कि मुंबई, पुणे, सोलापुर, औरंगाबाद और मालेगांव में 31 मई तक सख्त लॉकडाउन लागू रहे। सरकार ये भी चाहती है कि जिलों और राज्यों के बीच हर तरह का ट्रांसपोर्ट पूरी तरह बंद रहे। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के बाकी हिस्सों में केंद्र की गाइडलाइन्स लागू होंगी।
गुजरात: शुरू हों सारी इकनॉमिक एक्टिविटी
लॉकडाउन 4.0 में गुजरात सरकार चाहती है कि वहां के सभी अरबन सेंटर्स में सारी इकनॉमिक एक्टिविटी शुरू हों। हालांकि, अहमदाबाद, सूरत और वडोदरा जैसे शहरों में बहुत सारे कोरोना मामले सामने आए हैं। सिर्फ अहदाबाद में ही गुजरात के 70 फीसदी मामले हैं। गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल कहते हैं कि अगर हम लोगों को नौकरियों से दूर रखेंगे तो इससे उन्हें और उनके परिवारों को बहुत दिक्कत होगी। राज्य की आर्थिक हालत भी खराब हो जाएगी। अब लोग कोरोना वायरस से डरकर घर में नहीं बैठ सकते हैं।
दिल्ली: बस-मेट्रो चलें, दुकानें खुलें
राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि उन्हें दिल्ली के लोगों की तरफ से फीडबैक मिला है। उनके आधार पर केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोग चाहते हैं कि संक्रमण जोन में भी कुछ इकनॉमिक एक्टिविटी शुरू हों। उन्होंने केंद्र को सुझाव दिया है कि बाजार, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स खुलने चाहिए और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बसें-मेट्रो चलनी चाहिए।