गूगल समेत कई कंपनियों के बाद अब मोबाइल मैसेजिंग प्लेटफार्म उपलब्ध कराने वाली कंपनी हाइक घर से काम करने वाले अपने कर्मचारियों को कई सुविधाएं देने जा रही है। हाइक इस साल के अंत तक अपने कर्मचारियों को ‘घर से काम करने की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रति कर्मचारी 40 हजार रुपये खर्च करेगी। कंपनी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में इसकी जानकारी दी बता दें दुनिया की दिग्गज कंपनी गूगल ने इसकी शुरुआत करते हुए कर्मचारियों को 75 हजार रुपये (एक हजार डॉलर) फर्नीचर के लिए दिया था। अब भारत में भी कई कंपनियां इस तरह की सुविधा अपने कर्मचारियों को देने लगी हैं।
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कंपनी ने कहा कि इसके तहत वह दिल्ली-एनसीआर में स्थित कर्मचारियों को कार्यालय की तरह आरामदायक कुर्सी और मेज मुहैया करायेगी। जो कर्मचारी अभी दिल्ली-एनसीआर में नहीं हैं, उन्हें कुर्सी व मेज की खरीद करने के लिये दस-दस हजार रुपये दिये जायेंगे। इसके अतिरिक्त कंपनी सभी कर्मचारियों को इंटरनेट व आईटी उपकरण भी मुहैया करायेगी। हालांकि, कंपनी ने कहा कि जो कर्मचारी उसकी विशिष्ट प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करना चाहते हैं, उनके लिये कार्यालय भी खुले रहेंगे। उसने कहा कि कार्यालय आने को इच्छुक कर्मचारियों को आपस में सुरक्षित दूरी तथा स्वच्छता के कड़े मानदंडों का पालन करना पड़ेगा। वैश्विक निवेशकों साफ्टबैंक, टाइगर ग्लोबल, टेनसेंट, फाक्सकॉन और भारती एंटरप्राइजिज जैसे निवेशकों के समिार्न वाली हाइक के वर्तमान में 160 कर्मचारी हैं।
ऐसी सुविधा देने में स्टार्टअप आगे
एचआर टेक फर्म स्पिंगवर्क्स ने घर के काम के लिए कर्मचारियों को एकमुश्त 25 हजार रुपये फर्नीचर के लिए भुगतान किया है। इसके अलावा कंपनी ने तीन हजार रुपये हेडफोन के लिए भुगतान किया है। साथ ही 1,500 रुपये हर माह इंटरनेट के लिए भुगतान कर रही है। क्लाउड सर्विस प्रदाता जी7 सीआर कर्मचारियों को घर पर फर्नीचर भेजवा रही है। इसके लिए कंपनी ने 18 हजार रुपये का भुगतान एकमुश्त किया है।
बिजली कटौती का भी ध्यान
घर से काम करने की स्थिति में कंपनियां बिजली कटौती का भी ध्यान रख रही हैं। इसके लिए वह कर्मचारियों को इनवर्टर और यूपीएस के लिए भुगतान कर रही हैं। इसके साथ ही यदि वाईफाई अपग्रेड करवाने की जरूरत है तो उसके लिए भी वह कर्मचारियों को भुगतान कर रही हैं।
किराये पर फर्नीचर की पेशकश
शिक्षा क्षेत्र की स्टार्टअप ग्रेट लर्निंग जून से ही कर्मचारियों को एक हजार रुपये इंटरनेट और यूपीएस के लिए भुगतान कर रही है। इसके अलावा वह फनीर्चर कंपनियों के साथ करार करके कर्मचारियों के घर पर किराये पर जरूरी फर्नीचर भेजवा रही है। सबका भुगतान कंपनी कर रही है।
मिल रहे हैं ये भत्ते
- 25 हजार रुपये तक भुगतान फर्नीचर और अन्य समान के लिए
- 1500 रुपये का हर माह भुगतान इंटरनेट के लिए
- 75 हजार रुपये दे चुकी है गूगल फर्नीचर के लिए