सुस्त शुरुआत के बाद शेयर बाजार ने जो रफ्तार पकड़ी, उसके बाद बढ़त के साथ ही बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स अंकों की बढ़त के साथ के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 83 अंकों की उछाल के साथ 11215 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं मुद्रा बाजार में रुपया शुरुआती लाभ गंवाकर गुरुवार को स्थिर रुख के साथ डॉलर के मुकाबले 74.75 पर बंद हुआ।
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बता दें पांच दिन की तेजी पर बुधवार को ब्रेक के बाद आज शेयर बाजार की शुरुआत लाल निशान के साथ हुई। सेंसेक्स 56.60 अंकों के नुकसान के साथ 37,814.92 के स्तर पर खुला तो वहीं एनएई का निफ्टी भी लाल निशान के साथ कारोबार की शुरुआत की।
रिलायंस के शेयर ऑल टाइम हाई पर
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर ने भी गुरुवार को कामकाज के दौरान इतिहास रचते हुए दो हजार रुपए की कीमत को पार कर 2078.90 रुपये का रिकार्ड भाव छूआ। बीएसई पर यह 3.55 फीसद की तेजी के साथ 2075.15 रुपये पर बंद हुआ। पूरी तरह कर्जमुक्त होने और जियो प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक और गूगल जैसी दिग्गजों के मोटा निवेश करने से शेयर चढ़ रहा है। हालांकि 15 जुलाई को कंपनी की एजीएम के बाद इसके शेयर को हालांकि कुछ झटका लगा था, लेकिन वह जल्दी ही उबर गई।
रुपया 74.75 रुपये प्रति डॉलर पर बंद
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 74.65 पर मजबूती के रुख के साथ खुला, लेकिन इसने शुरुआती लाभ गंवा दिया और यह स्थिर रुख के साथ 74.75 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बुधवार को भी रुपया 74.75 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। दिन में कारोबार के दौरान रुपया 74.52 रुपये प्रति डॉलर के उच्च स्तर तक गया। इसने 74.87 रुपये प्रति डॉलर का निचला स्तर भी छुआ। इस बीच डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत टूटकर 94.91 पर आ गया। यह सूचकांक छह वैश्वविक मुद्राओं की तुलना में डॉलर के रुख को दर्शाता है।
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मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि दिन में कारोबार के दौरान डॉलर में कमजोरी, विदेशी पूंजी की आवक और घरेलू शेयर बाजारों में तेजी से रुपया बढ़त में कारोबार कर रहा था। लेकिन अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने की खबरों से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई, जिससे रुपये ने शरुआती बढ़त गंवा दी। अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ने से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई, जिससे रुपया अपनी बढ़त कायम नहीं रख पाया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि चीन के और दूतावासों को बंद करना ‘संभव है।
माइक्रोसॉफ्ट को चौथी तिमाही में 11.2 अरब डॉलर का मुनाफा
माइक्रोसॉफ्ट ने चौथी तिमाही में 11.2 अरब डॉलर या 1.46 डॉलर प्रति शेयर का मुनाफा कमाया है, जो वॉल स्ट्रीट के अनुमान से कहीं अधिक है। वॉल स्ट्रीट में कंपनी का मुनाफा 1.34 डॉलर प्रति शेयर रहने की उम्मीद की जा रही थी। सॉफ्टवेयर क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने बुधवार को अपने तिमाही नतीजों की घोषणा की। कंपनी का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से उसके प्रमुख उत्पादों की मांग बढ़ी है।
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अप्रैल-जून की चौथी तिमाही में कंपनी की आय 13 प्रतिशत बढ़कर 38 अरब डॉलर पर पहुंच गई। फैक्टसेट के अनुसार विश्लेषक कंपनी की आय 36.5 अरब डॉलर रहने का अनुमान लगा रहे थे। कंपनी ने कहा कि सालाना आधार पर उसका वाणिज्यिक क्लाउड कारोबार पहली बार 50 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि कोविड-19 की वजह से लोग घर से काम कर रहे हैं। इससे उसकी क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाओं और कार्यस्थल उत्पादकता से जुड़े उत्पादों…मसलन ई-मेल और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग उत्पादों की मांग बढ़ी है।