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बिहार में कोरोना वायरस (Bihar me kahan Kahan Corona) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में कोविड-19 (Covid-19 Cases in Bihar) को लेकर समीक्षा बैठक में सीएम नीतीश कुमार (Bihar Cm Nitish Kumar) ने अधिकारियों को कई जरूरी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रवासी मजदूरों से सड़क, रेल ट्रैक और ट्रकों के जरिए यात्रा नहीं करने की अपील की है।
Edited By Ruchir Shukla | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:

- प्रवासी मजदूरों से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की अपील
- ‘बिहार लौट रहे लोग सड़क, रेल ट्रैक और ट्रकों के जरिए नहीं करें आवागमन’
- ‘पुलिस और प्रखंड अधिकारियों की मदद से इन लोगों को गृह जिले तक पहुंचाया जाए’
- नीतीश का अधिकारियों को निर्देश- क्वारंटीन सेंटर की व्यवस्था को और बेहतर करें
नीलकमल, पटना
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रवासी मजदूरों (Nitish Kumar Appels Migrant Workers) से अपील की है कि उन्हें पैदल, छिपकर, मालवाहक वाहनों से आने की जरूरत नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि बिहार लौट रहे लोग सड़क, रेल ट्रैक और ट्रकों के जरिए आवागमन नहीं करें। ऐसे लोगों को स्थानीय पुलिस और प्रखंड अधिकारियों की मदद से उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम किया जाए। साथ ही सभी क्वारंटीन सेंटर पर सभी सुविधा मुहैया कराई जाए, जिससे वहां रहने वाले प्रवासियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।
कोविड-19 को लेकर समीक्षा बैठक में बोले नीतीश कुमार
कोविड-19 को लेकर समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई खास निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों की वापसी को देखते हुए पंचायत और ग्राम स्तरीय क्वारंटीन सेंटर की व्यवस्था को और बेहतर करें। इसके लिए पंचायत या गांव के शिक्षक, किसान सलाहकार, चौकीदार, पंच और वार्ड सदस्यों का भी सहयोग लें। इसके अलावा भीड़-भाड़ वाले सभी स्थान पर नियमित रूप से सफाई और सेनेटाइजेशन करने का भी निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है। इस बीच शनिवार तक बिहार में 1178 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।
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AES और JE को लेकर भी अधिकारियों को खास निर्देश
नीतीश कुमार ने कहा कि पिछले साल चमकी बुखार यानी एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) प्रभावित मुजफ्फरपुर के पांच प्रखंड में सोशियो-इकोनामिक सर्वे के आधार पर जो काम किए गए थे अब उसे एईएस प्रभावित सभी प्रखंडों में भी शुरू किया जाए। इसके साथ ही जापानी इंसेफेलाइटिस को लेकर भी पूरी सतर्कता बरतने के साथ जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश अधिकारियों को दिया है।
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कोरोना संकट में भी विपक्ष की राजनीति दुखद : सुशील मोदी
डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने प्रवासी मजदूरों को लेकर की जा रही विपक्ष की राजनीति को दुखद बताया है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकारें ट्रेन-बस से प्रवासी मजदूरों को गृह प्रखंड तक पहुंचाने में लगी हैं। अब तक 231 स्पेशल ट्रेनों के जरिए 3 लाख से ज्यादा मजदूरों को सुरक्षित बिहार लाया जा चुका है। घर वापसी करने वाले सभी प्रवासी मजदूर राज्य सरकार की ओर से बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में बेहतर सुविधा में रह रहे हैं।
सुशील मोदी ने कहा कि 21 दिन के क्वारंटीन के बाद राज्य सरकार प्रवासी लोगों को घर तक पहुंचाने का काम भी करेगी, लेकिन आरजेडी के लोग मजदूरों के आंसुओं से वोट की फसल सींचना चाहते हैं। उन्होंने पैदल, साइकल या ट्रक से सफर करने वाले मजदूरों से धैर्य रखने और ट्रेन से ही घर लौटने की अपील की है। तमाम इंतजाम और एहतियात के बाद भी पटरी या सड़क पर होने वाले हादसे बेहद दुखद हैं। यूपी की सड़क दुर्घटना में 24 मजदूरों की मौत पर भी लालू प्रसाद का राजनीति करना दर्शाता है कि लालू प्रसाद की मानवीय संवेदना खत्म हो चुकी है।
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