टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज सुरेश रैना ने 15 अगस्त को इंटरनैशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। धोनी ने पहले इंस्टाग्राम पर अपने संन्यास की घोषणा की और इसके कुछ ही देर के अंदर रैना ने भी इंटरनैशनल क्रिकेट को गुडबाय बोल दिया। दोनों के संन्यास को पांच दिन हो चुके हैं, लेकिन अभी भी इन दोनों से जुड़ी खबरें सुर्खियों में बनी हुई है। इस बीच रैना ने धोनी को लेकर कुछ अहम बातें कही हैं। रैना ने बताया कि माही भाई के करियर का कौन सा पल था, जिसने उन्हें एक शख्स के तौर पर एकदम बदल कर रख दिया था। रैना के मुताबिक 2007 वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया जिस तरह से लीग राउंड से ही बाहर हो गई थी, उस घटना ने धोनी को काफी बदल दिया था।
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2007 वर्ल्ड कप ने धोनी को बदल डाला
धोनी और रैना की दोस्ती काफी चर्चा में रही है। दोनों टीम इंडिया में तो साथ खेल ही हैं, इसके अलावा इंडियन प्रीमियर लीग में लंबे समय से चेन्नई सुपर किंग्स फ्रेंचाइजी टीम के लिए भी साथ ही खेल रहे हैं। क्रिकबज से बातचीत के दौरान रैना ने बताया कि 2007 वर्ल्ड कप की हार का धोनी की शख्सियत पर बहुत असर पड़ा था। रैना ने कहा, ‘वो खेल को बहुत अच्छे से पढ़ते हैं। हमने पिछले कई सालों में देखा है, उन्होंने टीम की अगुवाई किस तरह से की है, कैसे वो हर के दौरे के बाद मजबूत बनते गए। मैं कहूंगा कि उन्होंने 2007 वर्ल्ड कप की हार से काफी कुछ सीखा।’
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‘वो बहुत सख्त इंसान हैं’
रैना ने आगे कहा, ‘वो कहते हैं कि आप कई मैच जीत सकते हैं, लेकिन जब आप हारते हैं तो आप काफी कुछ सीखते हैं। यह दर्शाता है कि वो कितने गंभीर इंसान हैं, वो कितने सख्त इंसान हैं। मुझे लगता है कि 2007 वर्ल्ड कप की हार ने उन्हें काफी अलग तरह का शख्स बना दिया था।’ 2007 वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया राहुल द्रविड़ की कप्तानी में पहले दौर से ही बाहर हो गई थी। उस समय धोनी भी टीम इंडिया का हिस्सा थे। धोनी कितने इमोशनल हैं इस पर रैना ने कहा, ‘वो मजबूत शख्स हैं, जब हम लोग A पर होते हैं, तब वो E के बारे में सोच रहे होते हैं। आप समझ सकते हैं कि वो खुद को किस तरह से तैयार करते हैं। वो कर्नल हैं, आप जानते हैं वो कैसे होते हैं, वो बहुत-बहुत सख्त होते हैं।’