- यूपी सरकार ने ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनने वाले हवाई अड्डे के विकास के लिए स्विस कंपनी को सुरक्षा क्लियरेंस दे दी
- स्विस फर्म ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी 29560 करोड़ रुपये की लागत से इस हवाई अड्डे का विकास करेगी
- 29 नवंबर 2019 को स्विट्जरलैंड की कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल ने सबसे बड़ी बोली लगाई थी
नोएडा
स्विस फर्म ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जेवर हवाई अड्डा विकसित करने के उद्देश्य से सुरक्षा अनुमति प्राप्त हो गयी है। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यह फर्म 29 नवंबर को दिल्ली के बाहरी क्षेत्र में स्थित जेवर में बनने जा रहे इस हवाई अड्डे के लिए सबसे बड़ी बोली लगाने वाली फर्म के रूप में उभरी थी।
इसकी बोलियों ने अडाणी इंटरप्राइजेज, डीआईएएल और एंकोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट होल्डिंग की बोलियों को पीछे छोड़ दिया था। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रधान सचिव एस पी गोयल ने ट्वीट किया, ‘इस बात को साझा करते हुए खुश हूं कि जेवर में नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा के विकास के उद्देश्य से स्विस फर्म ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशन एजी को सुरक्षा अनुमति मिल गयी है।’
5000 हेक्टेयर में बनेगा एयरपोर्ट
इस परियोजना से जुड़े गौतमबुद्ध नगर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कार्य को शुरू करने की प्रक्रिया के तहत फर्म ने केन्द्रीय ग्रह मंत्रालय को सुरक्षा अनुमति के लिए आवेदन दिया था। अधिकारियों के अनुसार यह हवाई अड्डा 5000 हेक्टेयर में बनाया जाएगा और इसकी अनुमानित लागत करीब 29560 करोड़ रुपये होगी।
यूपीपीसीएल बिजली आपूर्ति करेगा
एयरपोर्ट के लिए बिजली यूपीपीसीएल बिजली आपूर्ति करेगा। यमुना सिटी के जहांगीरपुर के पास 80 हेक्टेयर में 765 केवीए के बिजली सबस्टेशन बनाया गया है। इस बिजली सब स्टेशन से कॉरिडोर तैयार कर जेवर एयरपोर्ट के लिए बिजली आपूर्ति होगी।