Fact Check: महज 12500 रुपये दे कर आप करोड़पति बन सकते हैं। ऐसे मैसेज आपके मोबाइल पर अगर आएं तो तुरंत अलर्ट हो जाएं। जालसाज लोगों को ठगने के लिए सरकारी संगठनों के नाम पर फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। पीआईबी ने अगाह करते हुए ट्वीट किया है कि ऐसे अनुमोदन पत्रों या योजनाओं के झांसे में न आएं।

बता दें पीआईबी भारत सरकार की नीतियों, कार्यक्रम पहल और उपलब्धियों के बारे में समाचार-पत्रों व इलेक्‍ट्रॉनिक मीडिया को सूचना देने वाली प्रमुख एजेंसी है। पीआईबी ने इस दावे को लेकर लोगों को अगाह करते हुए कुछ इस तरह से ट्वीट किया है…

ऐसी किसी भ्रामक खबर की यहां करें शिकायत

सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या फर्जी, यह जानने के लिए PIB Fact Check की मदद ली जा सकती है। कोई भी व्यक्ति PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या यूआरएल वॉट्सऐप नंबर 918799711259 पर भेज सकता है या फिर pibfactcheck@gmail.com पर मेल कर सकता है।

 वहीं, आरबीआई) ने सोमवार को केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) अपडेट किए जाने के नाम पर की जा रही धोखाधड़ी को देखते हुए लोगों को आगाह किया था। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोमवार को केवाईसी (अपने ग्राहक को जाने) अपडेट किए जाने के नाम पर की जा रही धोखाधड़ी को देखते हुए लोगों को आगाह किया। केन्द्रीय बैंक ने लोगों से अपने खाते का ब्योरा या पासवर्ड जैसी महत्वपूर्ण सूचना किसी अपरिचित व्यक्ति अथवा एजेंसियों के साथ साझा नहीं करने की सलाह दी है।

आरबीआई ने एक बयान में कहा कि उसे केवाईसी अपडेट करने के नाम पर ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी को लेकर शिकायतें/रिपोर्ट प्राप्त हुई हैं। बयान के अनुसार, ”इस तरह की धोखाधड़ी में आम तौर पर केवाईसी अपडेशन को लेकर कॉल, एसएमएस, ई-मेल आदि ग्राहकों को प्राप्त होते हैं और उनसे व्यक्तिगत जानकारी, खाता/ लॉग-इन ब्योरा, कार्ड सूचना, पिन, ओटीपी आदि मांगे जाते हैं।

इसमें केवाईसी अपडेशन के लिये भेजे गए लिंक के जरिये अनधिकृत एप्लीकेशन डाउनलोड करने को कहा जाता है।आरबीआई के अनुसार उसे यह भी रिपोर्ट मिली है कि फोन अथवा संदेश देने वाले ग्राहकों को ऐसा नहीं करने पर खाता बंद होने की चेतावनी भी देते हैं। बयान में कहा गया है कि एक बार ग्राहक कॉल/संदेश/अनधिकृत एप्लीकेशन के माध्यम से सूचना साझा करते हैं, धोखाधड़ी करने वालों को संबंधित व्यक्ति के खातों तक पहुंच हो जाती है। 

आरबीआई ने कहा, ”लोगों को आगाह किया जाता है कि वे खाता लॉग-इन विवरण, व्यक्तिगत जानकारी, केवाईसी दस्तावेजों की प्रतियां, कार्ड की जानकारी, पिन, पासवर्ड, ओटीपी आदि को अज्ञात व्यक्तियों या एजेंसियों के साथ साझा न करें। ये सूचनाएं अनधिकृत वेबसाइट या एप्लीकेशन (ऐप) के माध्यम से भी नहीं दी जानी चाहिए। अगर ग्राहकों को ऐसी कोई संदेश मिलता है, वे तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें।

आरबीआई ने कहा कि विनियमित इकाइयों को केवाईसी के निश्चित अंतराल पर अपडेशन की जरूरत होती है। इस प्रक्रिया को काफी हद तक सरल बनाया गया है। विनियमित इकाइयों को सलाह दी गयी है कि जिन खातों के संदर्भ में निश्चित अंतराल पर केवाईसी अपडेट करने की जरूरत है, उन खातों पर एक दिसंबर, 2021 तक कोई पाबंदी केवल केवाईसी के नाम पर नहीं लगायी जाएगी।





Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here