देश में रविवार को लगातार नौवें दिन पेट्रोल-डीजल की कीमत में बड़ी बढ़ोतरी की गई। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 48 पैसे बढ़कर 76.26 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गई। डीजल की कीमत भी 59 पैसे बढ़कर 74.62 रुपये प्रति लीटर हो गई। वहीं, दूसरी ओर आठ दिनों में कच्चा तेल आठ फीसदी सस्ता होकर 38.73 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा है।
आखिर, क्या वजह है कि कच्चा तेल सस्ता होने के बावजूद देश में नौ दिनों में पेट्रोल 5 रुपये और डीजल 5.26 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है। ऊर्जा विशेषज्ञों का कहना है कि इसके पीछे हाल के दिनों में कच्चा तेल पर केंद्र द्वारा बढ़ाया गया उत्पाद शुल्क और राज्यों द्वारा वैट में की गई वृद्धि है। कच्चा तेल 70 फीसदी तक सस्ता होने पर उत्पाद 10 रुपये बढ़ा दिया गया।
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हम राज्य और केंद्र सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल पर लगाए गए टैक्स को देंखे तो मौजूदा समय में पेट्रोल पर 49.42 रुपये और डीजल पर 48.09 रुपये का टैक्स है। वहीं, देश में पेट्रोल का आधार मूल्य 17.96 रुपये और डीजल का 18.49 रुपये है।
1 जून 2020 को दिल्ली में रेट
विवरण |
पेट्रोल रुपये/लीटर | डीजल रुपये प्रति लीटर |
बेस प्राइस | 17.96 | 18.49 |
भाडा़ व अन्य खर्चे | 0.32 | 0.29 |
डीलर का रेट (Excise Duty और VAT को छोड़कर) | 18.28 | 18.78 |
Excise Duty | 32.98 | 31.83 |
डीलर का कमिशन | 3.56 | 2.52 |
VAT (डीलर के कमिशन के साथ) | 16.44 | 16.26 |
आपको मिलता है | 71.26 | 69.39 |
अगर, तेल पर लगने वाले टैक्स और वैट को देंखे तो भारत में यह करीब 69 फीसदी लगता है। वहीं, अमेरिका में 19 फीसदी, जापान में 47 फीसदी , ब्रिटेन में 62 फीसदी, फ्रांस में 63 फीसदी और जर्मनी में 65 फीसदी टैक्स और वैट लगता है।