Edited By Shreyansh Tripathi | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated:

सांकेतिक तस्वीर

भुवनेश्वर

कोरोना वायरस के संक्रमण काल के वक्त ओडिशा में चक्रवाती तूफान अम्फान से निपटने के लिए बड़े स्तर पर इंतजाम किए जा रहे हैं। बीते कुछ सालों में कई समुद्री तूफानों से डटकर मुकाबला कर चुके ओडिशा (Amphan Cyclone in Odisha) में इस साल भी तूफान से निपटने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां हो गई हैं। एक ओर जहां पीएम नरेंद्र मोदी लगातार ओडिशा की स्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं, वहीं सीएम नवीन पटनायक की सरकार ने भी अपने तटीय जिलों में मौजूद लोगों को निकालने की दिशा में काम शुरू कर दिए हैं।

ओडिशा बीते एक दशक में कई बार अलग-अलग क्षेत्रों में आए चक्रवाती तूफानों से जूझता रहा है। बीते साल ओडिशा के तटीय इलाकों में फोनी चक्रवात के कारण स्थितियां बिगड़ी थीं। हालांकि नवीन पटनायक सरकार ने इस चक्रवात का अलर्ट जारी होने के बाद ही तटीय जिलों के संवेदनशील इलाके खाली करा लिए थे। इसके अलावा बड़े अभियानों में 10 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजकर भारी नुकसान की स्थितियों को टाल लिया गया था।

फैलिन से फोनी तक हर बार दिखाई हिम्मत

इससे पहले साल 2018 के अक्टूबर महीने में ओडिशा में तितली साइक्लोन के कारण करीब 3 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ था। 2014 में ओडिशा में हुदहुद साइक्लोन के कारण तटीय इलाके प्रभावित हुए थे। अक्टूबर 2014 के इस साइक्लोन में ओडिशा के 16 जिले प्रभावित हुए थे। साल 2013 के अक्टूबर महीने में ओडिशा फैलीन साइक्लोन के कारण बुरी तरह से नुकसान झेल चुका है। इस साइक्लोन के वक्त ओडिशा में करीब साढ़े पांच लाख लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। वहीं चक्रवाती तूफान के हर से ओडिशा के करीब सवा करोड़ लोग प्रभावित हुए थे।

11 लाख लोगों को रेस्क्यू कराने की तैयारियां पूरी

एक दशक में पांचवा बड़ा चक्रवाती तूफान झेलने जा रहे ओडिशा ने इस बार भी लोगों के जीवन की रक्षा के लिए बड़ी रणनीति पर काम शुरू किया है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अफसरों के अनुसार, प्रदेश में करीब 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम शुरू कर दिया गया है। इन लोगों को ठहराने के लिए ओडिशा में करीब 567 शेल्टर होम और 7092 अस्थाई आवासों का इंतजाम बंदोबस्त किया गया है। पुरी, भद्रक, केंद्रपाड़ा, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर, नयागढ़, खुर्दा और कटक जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की तमाम टीमों को स्टैंडबाई पर रखा गया है।

एनडीआरएफ की 37 टीम पूरी तैयारी के साथ मौजूद

एनडीआरएफ के डीजी महानिदेशक एस एन प्रधान ने कहा कि 37 इकाइयों को ओडिशा के विभिन्न जिलों में भेजा गया है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अधिकारियों को लोगों को संवेदनशील इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की योजना बनाने का निर्देश दिया है। साथ ही सड़क मार्ग, पेयजल आपूर्ति, बिजली आपूर्ति और अस्पतालों के ढांचे एवं वहां बिजली-पानी की आपूर्ति को जल्द बहाल करने की भी तैयारी करने को कहा है।



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